भूपेन्द्र सिंह
काशीपुर । उत्तराखंड के काशीपुर में भारत सरकार की ओर से खुले नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास खुलते ही गरीब बच्चों को प्रवेश दिया गया। जिसमें बहुत ही कम समय में बच्चों ने इतना ज्ञान पा लिया कि उनकी नोटबुक को देखकर हर कोई कहेगा कि यह बच्चे प्राइवेट स्कूल के छात्र हैं।
गरीब तथा असहाय बच्चों की लाचारी व उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने एक योजना के तहत नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास खोले हैं जो उत्तराखंड में कुल 7 विद्यालय हैं। जिनमें एक काशीपुर में स्थापित हुआ है । जिसमें 6 वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों को रहना खाना शिक्षा निशुल्क प्रदान की जा रही है ।साथ ही उनके सर्वागीण विकास की की भी जिम्मेदारी निभाई जा रही है। हाल ही में छात्रावास के बच्चों को प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षा दिलाने के लिए कोई सामाजिक संगठन आगे आया है ।जिसके कारण यह बच्चे जो कभी स्कूल भी नहीं गए और जो इतने असहाय हैं कि स्कूल की फीस न भरने के कारण जा नहीं सकते। अब वह भी अपना नाम रोशन कर सकेंगे। इस विद्यालय की जिम्मेदारी रेलवे स्कूल में टीचर संजीव बिश्नोई को सौंपी है । उन्होंने बताया कि अभी विद्यालय की बिल्डिंग किराए की है और बहुत ही जल्द विद्यालय की अपनी बिल्डिंग होगी ।इस कैंपस को खुले 5 मंथ हो चुके हैं जिसमें 10 लोगों का स्टाफ है और लगभग 50 बच्चे इसमें रह रहे हैं।