हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में अभी तो चार धाम यात्रा सीजन का पहला पड़ाव भी शुरू नही हुआ और छात्रों की परीक्षायें समाप्त होने के बाद स्कूलों की छुट्टिया चल रही हैं। जिससे यात्री छुट्टियाँ बिताने के लिये हरिद्वार का रूख कर रहे हैं। लेकिन हरिद्वार के जल विभाग एवं बिजली विभाग की ओर से दिन-प्रतिदिन लापरवाही बढ़ती जा रही है। शहर में पानी एवं बिजली की समस्याओं से यात्रियों को झूझना पड़ रहा है।
उत्तरी हरिद्वार के कुछ क्षेत्रों में सुबह ही घंटों के लिए बिजली गुल हो जाती है। जिससे व्यापारियोें के कारोबार अभी से ठप हो रहे हैं। विभाग के अधिकारियों के फोन बंद रहते हैं तथा कंप्लेंट फोन नम्बर पर कोई उचित उत्तर नहीं देता है। रात्रि में कंप्लेंट ठीक करने मे जनता को परेशान किया जाता है। दफ्तरों में अधिकारी व कर्मचारी उपस्तिथ नही रहते हैं। ऐसे अधिकारियों के स्थानान्तरण करने चाहिए।
दूसरी ओर जल विभाग सुबह 9 बजे पानी बाधित कर शाम 6 बजे तक सुचारू करता है। जिस कारण सबसे अधिक पीने के पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। नगर के उतरी हरिद्वार व मायापुर इलाकों में सरकारी नलकूप सूखे पड़े रहते है। जिस कारण यात्रियों को पानी की महंगी बोतलें खरीदनी पड़ती है। क्या पानी की बोतलों की बिक्री बढ़ाने के लिए पानी की आपूर्ति बाधित की जा रही है। माँ गंगा के चरणों में आकर यात्रियों को जल विभाग की लापरवाही की वजह से पानी भी न मिल रहा।
इन समस्याओं के विषय पर महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने जिलाधिकारी सेे मांग की है कि विद्युत एवं जल विभाग के अधिकारियों को आदेष दिया जाये कि व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से व्यवस्थित किया जाये। अन्यथा असुविधाओं के चलते विभागों के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जायेगा।