हरिद्वार। सपा के नेता महंत शुभम गिरी ने कहा है कि जोशीमठ का अस्तित्व बचाने के लिए सरकार वैज्ञानिकों के ऊपर दबाव बना रही है और सरकार जोशीमठ के प्रत्येक व्यक्तियों को डेढ़ लाख मुआवजा क्या दे रही है डेढ़ लाख की जगह उनको एक मकान बनाकर दे और जितनी जमीन उनसे ली गई है। उतनी जमीन उनको वापस लौटाई जाए क्योंकि सरकार जोशीमठ को अनदेखा कर रही है। जोशीमठ की जब रिपोर्ट मिश्रा आयोग द्वारा सन् 1974 में आई उस समय सरकार को भी अवगत होना चाहिए था कि एनटीटी का प्रोजेक्ट जोशीमठ में नहीं मनाया जाए क्योंकि जोशीमठ आदि गुरु शंकराचार्य जी की तपस्या भूमि और शंकराचार्य जी के द्वारा स्थापित प्रथम पीठ उत्तर ज्योतिर मठ की स्थापना की गई थी क्योंकि जोशीमठ का अस्तित्व बचाने के लिए हम सब को आगे आना चाहिए। सरकार जोशीमठ संघर्ष समिति की मांगों को नहीं मानती है तोसरकार के खिलाफ धरना दूंगा ।