नैनीताल की क्षतिग्रस्त लोअर माल रोड का बीते चार वर्षों से स्थायी ट्रीटमेंट नहीं हो पाया है। जुलाई में बारिश के बाद लोअर माल रोड में दरार और भू धंसाव के बाद विभाग ने कंक्रीट व डामर डालकर सड़क की दरारें भर दी थीं लेकिन एक बार फिर लोअर माल रोड में भू धंसाव और दरारें दिखने लगी हैं। इसके अस्थायी उपचार के लिए सवा करोड़ की लागत से (एसडीआरए) पाईप लगाकर सड़क को झील में जाने से रोका जाएगा। वहीं स्थायी उपचार के लिए टीएचडीसी ने चार करोड़ का स्टीमेट (अनुमानित मूल्यांकन) तैयार किया है।
वर्ष 2018 में लोअर माल रोड का 25 मीटर हिस्सा टूटकर झील में समा गया था जिसके बाद लोनिवि ने 82 लाख के बजट से झील में बेस बनाकर मशीन से ड्रीलिंग कर पाइप डालकर ट्रीटमेंट करने का भी कार्य किया था। इसके बाद चार साल तक माल रोड अस्थायी समाधान के भरोसे टिकी रही।
वहीं विभाग ने कई भू वैज्ञानिकों से क्षेत्र का सर्वे भी कराया, जिसके बाद सड़क के स्थायी उपचार के लिए योजनाएं बनाईं। इधर जुलाई में लोअर माल रोड के क्षतिग्रस्त हिस्से में फिर एक बार करीब 10 मीटर दरार आ गई थी जिस पर लोनिवि ने कंक्रीट डालकर दरार को बंद कर दिया था। इसके बाद लोअर माल रोड में आईं दरारों की मरम्मत के लिए लोनिवि ने लिए निविदा जारी कर की थी। लेकिन किसी ठेकेदार ने टेंडर नहीं भरा।
इन दिनों बारिश के चलते लोअर मॉल रोड में फिर दरारें और भू धंसाव होने लगा है। इसे देखते हुए लोअर माल रोड को अब तत्काल मरम्मत की जरूरत है।
टीएचडीसी के सुझाव के बाद लोअर माल रोड के क्षतिग्रस्त हिस्से के प्राथमिक उपचार के लिए सवा करोड़ की लागत से (एसडीआरए) लोहे के 14 से 18 मीटर पोल डालकर सड़क को झील में जाने से बचाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी। साथ ही अस्थायी ट्रीटमेंट के लिए आपदा न्यूनीकरण से लगभग चार करोड़ के बजट की मांग की जाएगी।