काशीपुर। बंद पड़ी नहर की सफाई किए बिना नहर में अचानक छोड़े गए पानी में ग्रामसभा पैगा के करीब एक दर्जन किसानों की गेहूं की फसल पानी में डूब गई ,ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद पानी तो बंद कर दिया गया परंतु किसानों की फसलें खराब हो जाने के कारण भारी नुकसान हुआ है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पैगा से गुजर रही नहर में झाड़ियां और घास आदि उगाने से पिछले काफी समय से नहर बंद पड़ी हुई है करीब दो महीने पूर्व गांव में प्रशासन द्वारा लगाई गई ई पंचायत में ग्रामीणों ने पंचायत में मौजूद उप जिला अधिकारी को लिखित रूप में शिकायत देकर बंद पड़ी नहर की सफाई कराने की मांग की थी , अधिकारियों ने सफाई कराने का आश्वासन तो दिया परंतु नहर की सफाई नहीं कराई गई। बीती रात सिंचाई विभाग ने गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाते हुए बंद पड़ी नहर में पानी छोड़ दिया, नहर बंद होने के कारण पानी नहर के ऊपर से होकर किसानों द्वारा अभी वही गई गेहूं की फसल में भर गया, सुबह ग्रामीणों ने अपनी फसलें पानी में डूबी देखी तो उनके होश उड़ गए। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत क्षेत्रीय विधायक श्री चीमा और उप जिलाधिकारी से की विधायक महोदय ने तो ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया परंतु उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को फोन कर पानी बंद करने के निर्देश दिए, जिस पर नहर का पानी तो बंद कर दिया गया परंतु कुछ दिन पूर्व ही बोई गई गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। जिन ग्रामीणों की फसल पानी में डूबी है उनमें पेगा निवासी तेजपाल सिंह, विनोद कुमार, नेतराम सिंह महिपाल , अनवार,इदरीश, खेम सिंह बृजपाल सिंह तथा घासी आदि शामिल हैं, ग्रामीणों ने मांग की है कि उन्हें नुकसान का मुआवजा दिया जाए।