प्रमोद कुमार
रिपोर्ट
रुद्रपुर। महानगर के फाजलपुर महरौला में सीलिंग की जमीन सुप्रीम रोक के बाद धड़ल्ले से हो रहे निर्माण पर लंबे समय पीला पंचा चल गया।पीले पंचे एक दो नहीं बल्के नौ अवैध रुप से बन रहे निर्माणों को ध्वस्त कर दिया।जिससे अवैध निर्माण करने वालों में खलबली मच गयी है।वहीं उन लोगों के नाम भी चर्चा शुरू हो गयी,जिनसे निर्माण करने वालों ने सीलिंग की जमीन खरीदी है,इन नामों में एक कांग्रेस पार्षद का नाम सबसे आगे चल रहा है। बताया जाता कि कांग्रेस पार्षद ने सीलिंग की जमीन बेचने वाला सबसे बड़ा भूमाफिया है।उसने सीलिंग की जमीन पर एक कालौनी भी काट दी। सिस्टम से मिलीभगत के चलते यह सफेदपोश हमेशा बचता आ रहा।इधर सीलिंग की जमीन पर हो रहे निर्माण को लेकर क्षेत्र के पटवारी के नाम की भी चर्चा हो रही। लोगों की माने तो पटवारी व उसके कुछ करीबी चेले अपनी जेल गरम करने के बाद मुंह घुमा देते है. । और फिर रातों रात सीलिंग कुछ जमीन भवन वनकर तैयार हो जाते हैं।पिछले तीन में फाजलपुर महरौल में सीलिंग की जमीन पर सौ से ज्यादा निर्माण हुआ है। जिनमें कई व्यवसाय भवन मुख्य सड़क के किनारे ही खड़े हुए।ऐसे क्षेत्र का पटवारी पर लग रहे आरोप को ग़लत नहीं ठहराया जा सकता। बताया जा रहा कि गुरुवार को हुई ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की एक दिन पहले ही तहसीलदार ने रुपरेखा तैयार कर ली थी। तहसीलदार की तैयारी को भांपकर क्षेत्र का पटवारी छुट्टी पर चला गया।इस बजह से ध्वस्तीकरण की कार्यवाही में तहसीलदार को दूसरे क्षेत्र के पटवारी का साथ देना पड़ा। तहसीलदार नीतू डागर ने बताया कि फाजलपुर महरौला में सीलिंग की जमीन पर हो रहे नौ अवैध निर्माण तोड़े गये है। निर्माण करने वालों को सख्त चेतावनी भी दी गरी। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण किसी हाल में नहीं होने दिये जायेंगे। जांच करके सीलिंग की जमीन बेचने वालों का भी पता लगाया जा रहा। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।।