रूड़की। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अजय सिंह ने हरीश चांदना मामले में पुलिस की लापरवाही को नजर अंदाज न करते हुये उन्हें अनोखी सजा सुनाई कि दरोगा और सिपाही मृतक की अंत्येष्टि में सहयोग करेंगे। उक्त मामले में 23 अक्टूबर को रेल की चपेट आये बिना शिनाख्त किये अज्ञात व्यक्ति का अन्तिम संस्कार करने व पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वारा गुमशुदगी की रिपोर्ट देरी से दर्ज करने तथा बाद में मृतक की पहचान हरीश चांदना होने पर एसएसपी ने इस मामले की जाँच करने की जिम्मेदारी एसपी ग्रामीण स्वप्न किशोर को दी गयी थी। जाँच करने के बाद एसपी ने पुलिस की अपास में संवाद की कमी व शव की शिनाख्त में लापरवाही करने का नतीजा बताया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एसएचओ गंगनहर को लापरवाही करने पर फटकार लगाते हुये उपनिरीक्षक नवीन सिंह, कांस्टेबल चेतन सिंह तथा संतोष को शमशान घाटों पर खड़े रहकर शवदाह में सहयोग करने का मानसिक/भावनात्मक/सामाजिक दण्ड दिया है। ताकि हरीश चांदना मामले में पुलिस कर्मियों को अपनी लापरवाही का पश्चाताप हो।