गोविंदपुर गढ़वाल कमलुवागांजा निवासी त्रिलोक सिंह कार्की (45) सन 1994 में महर रेजीमेंट में भर्ती हुए थे। वह इस समय शाहजहांपुर में सूबेदार के पद पर तैनात थे। छह सितंबर केे वह छुट्टी पर घर आए थे। बुधवार सुबह वह अपने घर की तीसरी मंजिल की छत पर सो रहे थे। काफी देर तक जब वह नीचे नहीं आए तो परिजन मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि त्रिलोक सिंह अचेत पड़े हैं। आननफानन उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बुधवार को सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।