भाजपा के वरिष्ठ विधायक व उत्तराखंड के पूर्व अध्यक्ष बंशीधर भगत कुछ ऐसा बोल गए हैं जिससे विवाद खड़ा हो गया है। भगत ने देवी देवताओं को लेकर के एक अजीब सी टिप्पणी कर डाली है। खास बात यह कि भगत ने यह बयान भगत नहीं एक पब्लिक मीटिंग के दौरान दिया। जिस समय भगत ने यह बयान दिया उस समय उनके साथ मंच पर उत्तराखंड की महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य भी मौजूद थीं।
भगत ने मंत्री रेखा आर्य की मंच पर मौजूद की के बीच माता सरस्वती और माता लक्ष्मी के बारे में एक विवादित टिप्पणी कर डाली। यही नहीं देवादि देव महादेव और विष्णु भगवान को भी उन्होंने नहीं छोड़ा। भगत ने खुले मंच से कहा कि अगर कुछ पाना है तो देवियों को पटाना होगा क्योंकि सारी शक्तियां देवताओं के पास ही हैं।
जिस समय भगत बोल रहे थे उस समय सैकड़ों स्कूली बच्चे और महिलाएं उनके सामने मौजूद थीं। लेकिन, भगत के इस बयान पर सब ठहाके लगाते दिखे। भगत से उनके इस विवादित बोल पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने देवियों को शक्ति स्वरूपा करार दिया है। उनका अर्थ वह नहीं था जो लगाया जा रहा है। पटाने का अर्थ माता को प्रसन्न करने से है।
बता दें कि इससे पहले बंशीधर भगत बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहते कई विवादित बयान दे चुके हैं। उन्होंने एक बार कांग्रेस की पूर्व नेता स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश के बारे में भी विवादित टिप्पणी कर दी थी। उन्होंने इंदिरा हृदयेश को ‘बुढ़िया’ कह डाला था। इस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को माफी भी मांगनी पड़ी थी। हालांकि इंदिरा हृदयेश ने भगत के इस बयान को ज्यादा महत्व नहीं दिया था और उन्होंने भी भगत को माफ कर दिया था।
यही नहीं भगत ने पीएम मोदी के सहारे चुनाव में जीतने की ही बात कही थी। लेकिन, इस बार देवी-देवताओं पर की गई टिप्पणी से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, आने वाले दिनों में मंत्रिमंडल का विस्तार है, ऐसे में भगत की यह टिप्पणी उन पर भारी पड़ सकती है।