हरिद्वार – उत्तराखंड के लिए रविवार का दिन गौरव का रहा, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के सभी जनपदों में 13 आदर्श संस्कृत ग्रामों का वर्चुअल शुभारंभ किया। राजकीय प्राथमिक विद्यालय, आदर्श संस्कृत ग्राम भोगपुर डोईवाला से हुए इस कार्यक्रम में हरिद्वार के आदर्श संस्कृत ग्राम नूरपुर पज्जनहेड़ी का आयोजन वेलकम फार्म में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद और विशिष्ट अतिथि हरिद्वार मेयर किरण जैसल ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि संस्कृत भाषा सभी भाषाओं की जननी है और इसे आम जन की भाषा बनाने के लिए सरकार का यह प्रयास सराहनीय है। उन्होंने नूरपुर पज्जनहेड़ी को संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया और गांव में तीन-चार केंद्र स्थापित कर ग्रामवासियों को संस्कृत सिखाने की बात कही।
मेयर किरण जैसल ने कहा कि संस्कृत को आम बोलचाल की भाषा बनाने में सभी को मिलकर कार्य करना होगा। डॉ. करुणा गुप्ता ने संस्कृत को भारतीय संस्कृति और ज्ञान परंपरा के संरक्षण का आधार बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रकाश चंद्र जोशी ने किया, जबकि छात्रों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
इस मौके पर अपर जिलाधिकारी पी.आर. चौहान, मुख्य शिक्षा अधिकारी के.के. गुप्ता, जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित चौहान, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुशील चौहान, प्रधानाचार्य सर्वेश्वर तिवारी, प्राचार्य डॉ. चंद्रभूषण शुक्ला, प्रभारी निदेशक विद्यासागर व्यास, ग्राम प्रधान प्रदीप चौहान समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं और ग्रामवासी मौजूद रहे।