4 लाख की सुपारी से अंकित की हत्या, 4000 एडवांस
कपिल हत्याकांड से जुड़ी रंजिश में अंकित मारा गया, पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
हरिद्वार। मंगलौर क्षेत्र में हुए सनसनीखेज अंकित हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा किया है। बदले की भावना से अंजाम दिये गये अंकित हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं। मृतक कपिल के पिता ने बेटे की हत्या का बदला लेने के लिए 4 लाख में अंकित की हत्या की सुपारी दी थी। मृतक अंकित पहले कपिल हत्याकांड में जेल जा चुका था और हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ था।
मंगलौर में विगत 20 फरवरी की सुबह झबीरण गांव के श्मशान घाट के पास खून से लथपथ शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। शव की पहचान अंकित (26 वर्ष) पुत्र सहंसरपाल निवासी ग्राम झबीरण मंगलौर के रूप में हुई। सूचना मिलने पर मंगलौर कोतवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां खून से सना शव पड़ा मिला। मृतक अंकित को कुछ समय पहले मंगलौर पुलिस ने कपिल हत्याकांड में जेल भेजा गया था, जो कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा था। पुलिस ने मृतक के पिता सहंसरपाल की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया। शव मिलने की सूचना पर पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल और सीओ मंगलौर विवेक कुमार के साथ मौके पर पहुंचे और साक्ष्य जुटाए। जांच में मृतक अंकित का आपराधिक इतिहास सामने आया। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर दबिशें देते हुए संजय सैनी, दीपांशु व विकास कुमार को गिरफ्तार किया, साथ ही हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद किया।
पूछताछ में पता चला कि मृतक कपिल के पिता संजय सैनी के मन में अंकित के अपने घर के सामने से गुजरने पर बदले की आग रोज बढ़ती रही, और बेटे की हत्या का बदला लेने के लिए दीपांशु, विकास, अमन व रोहित को 4 लाख में अंकित की हत्या की सुपारी दी थी, जिसमें 4000 रूपये एडवांस भी दिये थे। आरोपी युवकों ने पहले अंकित को नशा कराया और फिर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी। षड़यंत्र के तहत आरोपियों ने पहले अंकित को नशा कराया, फिर चाकू से अंकित के शरीर पर ताबड़तोड़ वार किए और मृत समझकर फरार हो गए, इसके बाद अंकित को मृत समझकर आरोपित मौके से फरार हो गए।
पकड़े गये आरोपियों में विकास कुमार उर्फ विक्की ग्राम कुरडी मंगलौर का रहने वाला है, जो अनपढ़ है। विकास का आपराधिक इतिहास खौफनाक है, उस पर चोरी, लूट और गैंगस्टर के कई मामले दर्ज हैं। आरोपी दीपांशु की पहचान कैंदकी थीथकी गोपाली, देवबन्द सहानपुर के रुप में हुई, जो 5वीं पास है, जबकि संजय सैनी ग्राम कुरडी, मंगलौर का निवासी है। जबकि अमन व रोहित अभी फरार हैं।
पुलिस ने आरोपियों से हत्या में प्रयुक्त दो चाकू, मृतक का जैकेट और वारदात में इस्तेमाल बाइक भी बरामद की। आरोपियों के खिलाफ धारा 103(1), 61(3) बीएनएस व 4/25 आम्र्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इस दौरान पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक शान्ति कुमार के नेतृत्व में कई अधिकारी शामिल हैं। वरिष्ठ उप निरीक्षक रफत अली, उप निरीक्षक मुनब्बर हुसैन, संजीव चैहान, ध्वजवीर सिंह, नवीन चैहान, नीरज रावत, मनोज कठैत, राकेश डिमरी और बीरपाल, अपर उप निरीक्षक योगेन्द्र सिंह, गजपाल राम, हेड कांस्टेबल माजिद, श्याम बाबू तथा कांस्टेबल मोहन, अरविन्द, पंकज, पप्पू कश्यप और फरीद शामिल रहे। वहीं सीआईयू रुड़की टीम में उप निरीक्षक संजय पुनिया के साथ कांस्टेबल चमन, महिपाल और राहुल व फील्ड यूनिट टीम में विनय भट्ट, कांस्टेबल अर्जुन पाल और सीएमपी अक्षय कुमार शामिल हैं। इस सफल खुलासे पर आईजी रेंज ने 15,000 और एसएसपी हरिद्वार ने पुलिस टीम को 5,000 का इनाम देने की घोषणा की।