रूड़की रेलवे स्टेशन के पास वारदात में प्रयुक्त मोबाइल के साथ दबोचा गया आरोपी — मंगेतर के प्रेम प्रसंग पर उठा था शक, इंस्टाग्राम कॉल पर बुलाकर दी हत्या को अंजाम
हरिद्वार। गंगनहर क्षेत्र के रामपुर में गन्ने के खेत में युवक की गला रेतकर की गई हत्या के सनसनीखेज मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने गंगनहर कोतवाली परिसर में प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा किया। पुलिस ने मुख्य आरोपी को वारदात में इस्तेमाल मोबाइल फोन समेत गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपी ने हत्या की चौंकाने वाली वजह बताई है।

सालियर साल्हापुर निवासी आश मोहम्मद (26 वर्ष) 26 अक्तूबर की शाम घर से खाना खाकर बाहर निकला था। पिता मोहसिन ने बताया कि शाम करीब साढ़े सात बजे बेटे से आखिरी बार फोन पर बात हुई थी। देर रात जब दोबारा फोन किया तो घंटी बजी, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ और बाद में फोन बंद हो गया।
अगले दिन परिजनों ने तलाश की तो जानकारी मिली कि रामपुर निवासी अस्तग पुत्र मुमताज ने आश मोहम्मद को फोन कर बुलाया था। परिजनों को शक हुआ और जब खोजबीन की गई तो हाजी शमशाद के गन्ने के खेत (मंदिर के पीछे, रामपुर) से आश मोहम्मद का शव बरामद हुआ।
पिता मोहसिन की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने नामजद आरोपी इंतजार उर्फ अस्तग को रूड़की रेलवे स्टेशन के पास से दबोच लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मृतक का मोबाइल फोन भी बरामद किया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका रिश्ता उसकी पसंद की लड़की से तय हुआ था, लेकिन उसे पता चला कि मंगेतर का किसी और युवक से प्रेम प्रसंग था। मंगेतर ने बताया कि अब उसका उस युवक आशु (आश मोहम्मद) से कोई संबंध नहीं है।
फिर भी अस्तग को शक था, इसलिए उसने मंगेतर को नया मोबाइल और सिम देकर दोनों पर नजर रखनी शुरू कर दी।
26 अक्तूबर की रात अस्तग ने इंस्टाग्राम कॉल पर आश मोहम्मद को मंदिर के पास मिलने बुलाया। दोनों ने वहां बैठकर सुलफा पिया। इसी दौरान बहस बढ़ गई, मृतक ने आरोपी को रिश्ता तोड़ने या परिणाम भुगतने की धमकी दी। गुस्से में आकर अस्तग ने चाकू से उसके गले पर वार किया, फिर अपने भाई को बुलाकर उसका गला घोंट दिया। बाद में दोनों ने शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया।
गंगनहर पुलिस ने आरोपी इंतजार उर्फ अस्तग (20 वर्ष) पुत्र मुमताज निवासी ग्राम रामपुर, गंगनहर, हरिद्वार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। वहीं, उसका फरार भाई अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उसकी तलाश में पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है।
खुलासे में जुटी पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक मनोहर भंडारी, वरिष्ठ उप निरीक्षक दीप कुमार, उप निरीक्षक प्रवीण बिष्ट, अपर उप निरीक्षक मनीष कवि, हेड कांस्टेबल संदीप, अलियास, कांस्टेबल रणवीर, अजय, प्रभाकर और चालक लाल सिंह शामिल रहे। कार्रवाई में सीआईयू प्रभारी मय टीम ने भी अहम भूमिका निभाई।