हरिद्वार।
महानगर व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में भूपतवाला क्षेत्र में बांग्लादेश में हुई कथित अमानवीय घटना के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मोदी सरकार से कड़ा कदम उठाने की मांग की।
इस मौके पर सुनील सेठी ने कहा कि बांग्लादेश में एक हिंदू के साथ जिस प्रकार की बर्बरता की घटना सामने आई है, उससे पूरा देश आहत और आक्रोशित है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना के बाद भी बांग्लादेश सरकार द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे वहां रह रहे हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। सेठी ने कहा कि बांग्लादेश सरकार की यह चुप्पी उसकी मंशा को उजागर करती है और भविष्य में हिंदुओं पर और अत्याचार की आशंका को बढ़ाती है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि बांग्लादेश सरकार को सख्त संदेश दिया जाए और वहां रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराई जाए।
प्रदर्शन में मौजूद महंत भीम सैन महाराज और समाजसेवी डॉ. निश्चिथ ऐरन ने कहा कि बांग्लादेश में खुलेआम एक हिंदू को जिंदा जलाने की घटना मानवता को झकझोर देने वाली है और यह भविष्य के लिए गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार को इस मामले में बड़ा और निर्णायक कदम उठाना चाहिए, जिसमें देश का हर नागरिक सरकार के साथ खड़ा है।
वक्ताओं ने हरिद्वार में भी घुसपैठियों और असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस से व्यापक सत्यापन अभियान चलाने का आग्रह किया। सतनाम सिंह और गोकुल डबराल ने कहा कि हरिद्वार के गंगा घाटों, हरकी पैड़ी और आसपास के क्षेत्रों में भिखारियों के रूप में डेरा डाले असामाजिक तत्व भविष्य में शहर की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं, इसलिए उन्हें तत्काल हटाया जाना चाहिए।
प्रदर्शन के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा राज्य में घुसपैठियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की सराहना करते हुए इसे और व्यापक स्तर पर चलाने की मांग भी की गई। इस अवसर पर हरिमोहन भारद्वाज, हरीश अरोड़ा, लालजी यादव, राकेश सिंह, नंदकिशोर पंडित, किशोर पांडे, मनोज कुमार, राहुल सिंह, राजू जोशी, महेश सिंह, सुनील मनोचा, विवेक कुमार, रामजी, देवेंद्र पांडे, सन्नी अरोड़ा, पवन पांडे, रमन सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।