हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा स्नान की तैयारियों को लेकर पुलिस ने कमर कस ली है। मेले को 9 जोन और 33 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। स्नान की तैयारियों को लेकर एसएसपी ने नियुक्त पुलिस अधिकारियों की ऋषिकुल ऑडिटोरियम में ब्रीफिंग की। एसएसपी ने स्नान के दौरान व्यवस्थाओं को सुदृढ़ रखने और विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी। ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान आवश्यक निर्देश दिए।

कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से यात्री धर्मनगरी पहुंचेगे। मेले में अचानक से भीड़ बढ़ जाती हैं हमें पहले से ही छोटी बड़ी सभी तैयारी करके रखनी है। प्रत्येक जोनल अधिकारी अपने क्षेत्र में वैकल्पिक मार्गों का भीड़ बढ़ने की दशा में उपयोग कर जनसंख्या के दबाव को नियंत्रित करेंगे। हर की पैड़ी क्षेत्र से भिखारियों को हटाया जाए ताकि श्रद्धालुओं को आने जाने में परेशानी न हो। टेªफिक प्लान की जानकारी सभी को होनी चाहिए। जिससे यातायात को व्यवस्थित तरीके से नियत्रिंत किया जाये। प्लान के संबंध में कोई भी असमंजस की स्थिति होने पर बेझिझक अपने उच्चाधिकारी से पूछें। मेले के दौरान फैलने वाली अफवाह अक्सर बड़ी दुर्घटना का कारण बनती है। उन्हें रोकने के लिए बम निरोधक दस्ते व श्वान दल की टीमें गठित की गई हैं। तथा सादे वस्त्रों में तैनात पुलिस कर्मी, एलआईयू, चेतक/ मोबाइल वाहन क्षेत्र में निगरानी रखें।
एसएसपी ने कहा कि हर की पैड़ी, मनसा देवी और चंडी देवी मंदिरों में भीड़ का दबाव अधिक रहता है। घाटों को निरंतर खाली कराते हुए श्रद्धालुओं को सही तरीके से बाहर निकालने के लिए सजग रहें। जिससे भगदड़ की संभावना न बने। ड्यूटी के दौरान केवल आवश्यक कार्य के लिए ही मोबाइल फोन का प्रयोग किया जाए।
मेले में पुलिस उपाधीक्षक- 9, निरीक्षक/थानाध्यक्ष- 16, उपनिरीक्षक/अपर उपनिरीक्षक- 59, म.उ.नि-4, अ.उ.नि.- 87, हे.का.प्रशिक्षु पीएसी- 244मुख्य आरक्षी/आरक्षी/महिला आरक्षी-142, टीइसआई- 1, अ.उ.नि.. टीपी- 3, का. टीपी- 10, प्रशिक्षु म.का. फायर – 165, अभिसूचना ईकाई- 11 टीम, बीडीएस/ डॉग स्क्वायड- 2 टीम, घुड़सवार पुलिस- 2 टीम/4 घोड़े, जल पुलिस- 4 टीम कर्मचारी, पीएसी- 2 कंपनी$ 1 प्लाटून डेढ़ सेक्शन, फायर- 3 यूनिट तैनात रहेेंगे।