महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण के नाम पर गठित कुछ कतिपय महिला संगठनों द्वारा लाखों के वारे न्यारे किए जा रहे हैं।कुछ महिला संगठन महिलाओं के उत्थान और सशक्तिकरण के नाम पर रजिस्टर्ड करवाए गए हैं, जबकि कुछ एनजीओ के नाम पर संचालित हैं। कागजों में तो यह कतिपय संगठन महिलाओं को शिक्षित करने, कंप्यूटर शिक्षा देने और उनके उत्थान के नाम पर चल रहे हैं परंतु ज्ञात हुआ है कि उपरोक्त संगठन के तथाकथित अध्यक्ष और कर्ताधर्ता सरकार से ग्रांट और पूंजीपतियों से मोटा चंदा लेकर लाखों के वारे न्यारे करने में लगे हैं। अक्सर यह संगठन सिडकुल और शहर के पूंजीपतियों से चंदा लेकर छोटे-बड़े कार्यक्रम आयोजित करते रहते हैं। इन्हीं कार्यक्रमों की आड़ में यह संगठन अपने निजी स्वार्थ पूरे कर लेते हैं। वहीं इन संगठनों के कुछ सदस्यों से वार्तालाप किया गया तो बताया एनजीओ में केवल नाम के रजिस्ट्रेशन होते हैं, उन्हें किसी प्रकार का कोई प्रशिक्षण नहीं दिया जाता है। प्रशिक्षण के नाम पर उनसे अच्छा खासा शुल्क वसूला जाता है तथा वहीं उनसे प्रशिक्षण में तैयार कराया गया माल उनके द्वारा कराये गये कार्यक्रमों में लगी दुकानों पर महंगी कीमताें में उन महिलाओं से बिकवाया जाता है, और उन्हें किसी प्रकार का मेहनताना भी नहीं दिया जाता है। सदस्यों के नाम पर लम्बी चौड़ी टीम खड़ी की जाती है। उत्तराखंड सरकार अगर इन संगठनों की गहन और गोपनीय जांच करवाएं तो चैंकाने वाले परिणाम सामने आएंगे।