हरिद्वार। मानसून काल शुरू होने वाला है। पहाड़ों पर होने वाली बरसात के कारण नदियों का जल स्तर भी घट-बढ़ सकता है। इसलिए यदि बाढ़ की स्थिति आती है तो इससे निपटने के लिए तैयार रहना होगा। इसी के चलते आज केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने सीसीआर सभागार पहुॅचकर बाढ़ नियंत्रण हेतु चल रही तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में जलमग्न होने वाले स्थानों पर पानी की निकासी हेतु पम्प की भी व्यवस्थाएं की जाये। संवेदनशील क्षेत्रों में भू-कटाव रोकने के लिये कट्टों में रेत भरकर रखा जाये। महाराज ने नदियों को चैनलाइज करने के आदेश देते हुये उनकी फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी बनाकर रिकार्ड में रखने को कहा ताकि कोई भी व्यक्ति चैनलाजेशन के विरूद्ध न्यायालय जाता है तो रिकॉर्ड प्रस्तुत किया जा सके। मॉ गंगा की धारा को चण्डी घाट के पास चैनलाइज करने के लिए विशेष सावधानी बरतते हुए ड्रोन से फोटो व वीडियोंग्राफी कराते हुए साइंटिफिक प्रस्ताव तैयार किया जाये।
नदियों, झीलों और डैमों पर बने गेट्स की जाँच की जाए, ताकि जल स्तर बढ़ने पर उन्हें खोलने में कोई समस्या न आए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अभियंताओं से कहा कि विकसित देशों की पानी निकासी की आधुनिकतम तकनीकियों का यू-ट्यूब आदि के जरिये अध्ययन किया जाये और नवीनतम तकनीकियों से अपडेट रहा जाये। महाराज ने लोक निर्माण विभाग के अभियताओं को पुलों के अप-डाउन स्ट्रीम में 500 मीटर तक की दूरी तक खनन पर पैनी नजर बनाए रखे और किसी भी दशा में पुलों एवं पिलर्स को कोई नुकसान न हो। भविष्य को ध्यान में रखते हुए राज्य के शहरों का मास्टर ड्रेनेज प्लान तैयार किया जाये।
महाराज ने सचिव सिंचाई विभाग के अभियंताओं से कहा कि उत्तराखण्ड राज्य बाढ़ एवं आपदा की दृष्टि से सेंसिटिव जोन में होने के कारण राज्य में डैम सेफ्टी तथा रोड सेफ्टी विषय पर बढ़ा सम्मेलन आयोजित किया जाये। राज्य में डैम सेफ्टी बहुत जरूरी है इसलिए सभी स्टैक होल्डर्स के साथ बैठक आयोजित की जाये। बच्चों को आपदाओं के प्रति जागरूक करते हुए यह सूचना पहुॅचाई जाये कि विभिन्न प्रकार की आपदाओं के समय क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
बैठक में सिंचाई विभाग के अभियंताओं ने बताया कि बाढ़ नियंत्रण हेतु राज्य में 113 बाढ़ सुरक्षा चैकिया 15 जून तक स्थापित हो जायेंगी, जिनमें 24 घण्टे कर्मचारियों की तैनाती रहेगी और बाढ़ नियंत्रण चैकियों में आस-पास के जनप्रतिनिधियों के नम्बर भी उपलब्ध रहेंगे। राज्य में केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष सिंचाई खण्ड देहरादून में स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष नम्बर 9259144882 है।