हरिद्वार। रानीपुर कोतवाली पुलिस ने नकली शराब बनाने वाली फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है, साथ ही एक अरोपी को भी दबोचा है, जबकि एक अन्य की तलाश जारी है।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने पत्रकारों को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि रानीपुर कोतवाली पुलिस सेम्भल चौक दादूपुर गोविंदपुर के पास चैकिंग कर रही थी, जहाँ सेंट्रो कार के साथ एक युवक को दबोचा गया। पकड़े गये आरोपी की पहचान अनिरूद्ध सिंह निवासी कानपुर देहात हाल पता ग्राम धानुपुरा थाना ताजगंज जनपद आगरा के रूप में हुई। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह व उसका साथी दादूपुर गोविंदपुर में किराए पर दुकान लेकर उसमें नकली शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री चलाता है। टीम ने बड़ी मात्रा में शराब कैमिकल से भरे हुये ड्रम, अवैध केमिकल, शराब की बोतल, देशी शराब माल्टा मार्का के रैपर, शराब बनाने के उपकरण, उत्तराखण्ड शासन के छपे हुये टैग, यूरिया, फूड कलर, कच्चा माल, आदि के साथ परिवहन में प्रयुक्त की जाने वाली कार बरामद किया है।
दोनों आरोपी बेहद शातिर तरीके से नकली शराब बनाने और बेचने का गोरखधंधा चला रहे थे। फरार आरोपी केमिकल लेकर आता था और फिर दोनों मिलकर अल्कोहोलिक केमिकल में एक निश्चित मात्रा में पानी और फूड कलर मिलाते थे ताकि उसका रंग शराब जैसा लगे। नकली शराब की तीव्रता बढ़ाने के लिए इसमें यूरिया भी मिलाया जाता था।
इस तैयार नकली शराब को खाली शराब की बोतलों में भरकर उन पर फर्जी लेबल और उत्तराखंड शासन का टैग लगाकर असली शराब जैसा दिखाया जाता था, जिससे खरीददार किसी भी स्तर पर शक नहीं कर पाता था। यह नकली शराब ठेके से कम दाम पर राह चलते नशे के शौकीन लोगों को बेची जाती थी। कम कीमत की वजह से ग्राहक भी आसानी से मिल जाते थे। त्योहारी सीजन को देखते हुए, दोनों आरोपी नकली शराब की बड़ी खेप बेचकर मोटा मुनाफा कमाने की फिराक में थे।
पकड़ा गया आरोपी 12वीं पास है और पहले से ही नकली शराब के केस में 2021 में ताजगंज, आगरा से जेल जा चुका है। आरोपी की पहचान 4 साल पहले अलीगढ़ में एक शराब के ठेके पर काम के दौरान फरार मास्टरमाइंड से हुई थी। मास्टरमाइंड ने उसे हरिद्वार आकर केमिकल से नकली शराब बनाने का लालच दिया था। आरोपी परिवार सहित हरिद्वार आ गया। मास्टरमाइंड फरार है और केमिकल लाने का काम करता था।