हरिद्वार – देवीय आपदाओं से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह के निर्देशन में 28 फरवरी को जनपद के दो स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस पूर्वाभ्यास की तैयारी हेतु जिला कार्यालय सभागार में टेबल टॉक एक्सरसाइज आयोजित की गई, जिसमें आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने भाग लिया।
जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने निर्देशित किया कि आईआरएस में नामित अधिकारी अपने कर्तव्यों को भली-भांति समझ लें, ताकि वास्तविक आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्यों में किसी प्रकार की देरी न हो। उन्होंने विशेष रूप से रेस्पॉन्स टाइम पर ध्यान देने को कहा और निर्देश दिया कि मॉक ड्रिल एनडीएमए के दिशानिर्देशों के अनुरूप हो। उन्होंने यह भी कहा कि जनपद स्तर पर तैयारियों को परखा जाए, कार्य योजना का सही क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए और मॉक ड्रिल के दौरान जो भी कमियां सामने आएं, उन्हें दूर किया जाए।
उन्होंने जोर देकर कहा कि प्लानिंग जितनी बेहतर होगी, आपदा के दौरान नुकसान उतना ही कम होगा। मॉक ड्रिल का निरीक्षण कर रहे ऑब्जर्वर को निर्देशित किया गया कि वे पूरी प्रक्रिया को बारीकी से देखें और ब्रीफिंग के दौरान सामने आई खामियों को उजागर करें। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि मॉक ड्रिल से आम जनता को कोई असुविधा न हो।
इस बैठक में उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह, विशेष भूमि अधिपत्य अधिकारी लक्ष्मी राज चौहान, एसपी जितेंद्र मेहरा, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, सीईओ केके गुप्ता, एआरटीओ रश्मि पंत, तहसीलदार प्रियंका रानी, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल सिंह भंडारी, अधिशासी अभियंता दीपक सैनी, डीएसओ तेजबल सिंह, डॉ. नरेश चौधरी समेत कई अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।