हरिद्वार। कल एक मासूम बच्ची के साथ हुई दर्दनाक घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। इस घटना पर कड़ा रोष जताते हुए महानगर व्यापार मंडल ने जिला प्रशासन से मांग की है कि गंगा घाटों सहित हरकी पौड़ी क्षेत्र व आसपास के इलाकों में असामाजिक तत्वों की पहचान कर उन्हें प्रदेश की सीमा से बाहर किया जाए। मंडल ने प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे सत्यापन अभियान को स्वागत योग्य कदम बताया है और इसे और अधिक व्यापक स्तर पर चलाने की आवश्यकता जताई है।
महानगर व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुनील सेठी और अखंड परशुराम अखाड़ा के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने इस अभियान को लेकर जिला अधिकारी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर इस अभियान को और प्रभावी बनाने की अपील करेंगे। दोनों ही संगठनों ने प्रशासन को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।
सुनील सेठी ने कहा, “प्रशासन द्वारा शुरू किया गया सत्यापन अभियान एक भविष्यदृष्टि वाला सुरक्षात्मक कदम है। हाल ही में हुई घटनाएं इस बात की ओर संकेत करती हैं कि शहर में असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जरूरत है। हरकी पौड़ी और अन्य गंगा घाटों के साथ-साथ अपार्टमेंट्स व सोसायटियों में भी विशेष रूप से सत्यापन अभियान चलाया जाए।”
पंडित अधीर कौशिक ने कहा, “हरिद्वार की पवित्रता और शांति बनाए रखने के लिए असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उन्हें शहर व प्रदेश से बाहर भेजा जाना जरूरी है। हरकी पौड़ी क्षेत्र में फक्कड़ और भिखारी के रूप में छिपे असामाजिक तत्वों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। दो दिन पहले नगर कोतवाली द्वारा कुछ फक्कड़ों को पकड़ा गया था, यह अभियान लगातार जारी रहना चाहिए।”
इस अवसर पर आचार्य पवन शास्त्री, प्रीत कमल, पंकज माटा, मनोज ठाकुर, अनिल कोरी, महेश कालोनी, राजू जोशी, एस.के. सैनी, राकेश सिंह, रवि बांगा और एस.एन. तिवारी भी मौजूद रहे। सभी ने इस अभियान को समर्थन देने का संकल्प लिया।