हरिद्वार, 18 मई। पिछले महीने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव का उत्तराखंड में चारधाम यात्रा और पर्यटन पर असर पड़ा है। चारधाम यात्रा का द्वार कहे जाने वाले हरिद्वार के होटलों में 50 फ़ीसदी तक बुकिंग कैंसिल होने की बात सामने आ रही है। धर्मनगरी हरिद्वार को देवभूमि उत्तराखंड का द्वार कहा जाता है। चारधाम यात्रा पर आने वाले अधिकांश यात्री पहले हरिद्वार आते हैं और गंगा स्नान कर यात्रा पर रवाना होते हैं। गर्मी के सीजन और चारधाम यात्रा के दौरान हरिद्वार में मौजूद हजारों होटल और धर्मशाला यात्रियों से पैक रहते हैं। चारधाम यात्रा और गर्मी के सीजन से हरिद्वार के होटल और टूर एंड ट्रैवल के कारोबार से जुड़े लोगांे को बहुत उम्मीद रहती है। खासतौर पर लगभग 6 महीने चलने वाली चारधाम यात्रा के दौरान हरिद्वार में जमकर कारोबार होता है। हर और यात्रीयों की भीड़ नजर आती है। लेकिन इस बार स्थिति बदली हुई है। जिससे कारोबारी चिंतित हैं। बीते दिनों हुए बुद्ध पूर्णिमा स्नान पर भी उम्मीद के मुताबिक श्रद्धालु हरिद्वार नहीं पहुंचे। हरिद्वार के होटल कारोबारी इस स्थिति को भारत पाक के बीच तनाव के कारण लोगों के मन में बैठा डर बता रहे हैं।
बजट होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप शर्मा ने बताया कि भारत पाक के बीच तनाव से चारधाम यात्रा और पर्यटन को नुकसान हुआ है। भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध की संभावना उत्पन्न होने के बाद यात्रीयों ने बुकिंग कैंसिल कर दी। इस समय तमाम होटल खाली हैं। होटल मालिक कारोबार की स्थिति को लेकर चिंतित हैं।
होटल व्यवसायी अखिलेश चैहान ने बताया कि चारधाम यात्रा से हरिद्वार और उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को गति मिलती है। इस सीजन में कारोबार पर 50 फ़ीसदी तक का असर हुआ है। ऑनलाइन बुकिंग कैंसिल हो रही है। होटल संचालक और ट्रैवल एजेंसियों से जुुड़े लोग खाली बैठे हैं। सरकार को होटल कारोबारियों को बिजली, पानी और सीवर के बिलों में राहत देनी चाहिए।
जिला पर्यटन अधिकारी सुशील चैहान ने बताया कि ऋषिकुल ग्राउंड में चारधाम यात्रा पंजीकरण के लिए 20 काउंटर लगाए गए हैं। जहां रोजाना औसतन 3 हजार यात्री रजिस्ट्रेशन कराकर यात्रा पर रवाना हो रहे हैं।