काशीपुर। आबकारी विभाग की घोर लापरवाही के चलते काशीपुर सर्किल में खुली करीब आधा दर्जन शराब की उप दुकानों पर अवैध रूप से कैंटीन चल रही हैं, इन कैंटीन संचालकों से दुकान के अनुज्ञापी तो मनमानी वसूली कर रहे हैं परंतु सरकार को राजस्व की बड़ी हानि हो रही है।
मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में शराब की नियमित दुकानों के अलावा करीब आधा दर्जन स्थानों पर अंग्रेजी व देसी शराब की उप दुकाने खोली गई हैं। अलीगंज तिराहा की उप दुकान (अंग्रेजी) ढकिया गुलाबो मोड़ टांडा उज्जैन में खोली गई है, इसके अलावा रामनगर रोड पर अनन्या होटल के सामने, फ्लाईओवर (एनएच) पर यूके 18 होटल के पास और गढ़ीनेगी आदि स्थानों पर अंग्रेजी व देशी शराब की उप दुकान खोली गई हैं। इन सभी दुकानों पर बिना लाइसेंस शुल्क जमा किया अवैध रूप से कैंटीन चल रही हैं। नियम अनुसार उप दुकान पर कैंटीन नहीं खोली जा सकती, बताया जाता है कि कैंटीन संचालकों से संबंधित दुकानों के अनुज्ञापी मोटी रकम वसूल रहे हैं परंतु सरकार को राजस्व के रूप में कुछ नहीं मिल रहा है। शराब की दुकानों के साथ खुलने वाली कैंटीन का आबकारी विभाग द्वारा लाइसेंस दिया जाता है, जिसके ऐवज में अंग्रेजी शराब की दुकान पर खुलने वाली कैंटीन के लिए दुकान की लाइसेंस फीस का 15% जमा करवाया जाता है। जबकि देसी शराब की दुकान के साथ खुलने वाली कैंटीन के लिए दस हजार रुपए जमा करवार कर लाइसेंस दिया जाता है। अवैध रूप से चल रही इन कैंटीनो के बारे में जब आबकारी निरीक्षक दिवाकर चौधरी से पूछा गया तो उनका दो टूक जवाब था कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है, और मैं चेक करवाता हूं। राजस्व के नुकसान से संबंधित इस विषय पर आबकारी विभाग का ऐसा जवाब गले नहीं उतर रहा है।