हरिद्वार। भ्रष्टाचार और लापरवाही पर लगाम लगाने और शासन व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने एक नई पहल की शुरुआत की है। इसके तहत अब हर सोमवार को सुबह 10 बजे से जिला कार्यालय में जन सुनवाई का आयोजन किया जाएगा, जिसमें डीएम खुद जनता की समस्याएं सुनेंगे और मौके पर ही उनके समाधान के निर्देश देंगे।डी
एम मयूर दीक्षित ने बताया कि इस जन सुनवाई में जिले के सभी कार्यालय अध्यक्ष और जिला स्तरीय अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे। जनता सीधे अपनी समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रख सकेगी।
डीएम ने कहा कि जन सुनवाई के दौरान प्राप्त शिकायतों के आधार पर फील्ड अधिकारियों की कार्यशैली और सक्रियता का मूल्यांकन भी किया जाएगा। साथ ही सभी फील्ड स्तरीय कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों की समस्याएं मौके पर ही सुनें और तत्काल समाधान करें।
उन्होंने कहा कि सरकार ‘जनता के द्वार शासन’ की परिकल्पना को साकार कर रही है, जिससे लोगों को जिला मुख्यालय आने की आवश्यकता न पड़े। इसके बावजूद अगर कोई मुख्यालय आए, तो उनकी समस्या को प्राथमिकता के आधार पर सुना और हल किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे प्रत्येक सोमवार को अपने विभाग की योजनाओं और अद्यतन सूचनाओं के साथ स्वयं उपस्थित रहें। किसी भी परिस्थिति में बिना पूर्व अनुमति के कोई अधीनस्थ कर्मचारी जन सुनवाई में न भेजा जाए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी सोमवार को सार्वजनिक अवकाश पड़ता है, तो जन सुनवाई अगले सोमवार को की जाएगी, क्योंकि मंगलवार को तहसील दिवस होता है।