देहरादून। अब उत्तराखंड में आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण (एसएचए) की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रीना जोशी ने प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) और शेष सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) को योजना में शामिल करने के निर्देश दिए हैं।
सीईओ रीना जोशी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में कहा कि उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में पहले ही प्राथमिक स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों को इस योजना में सूचीबद्ध किया जा चुका है और आमजन को इसका लाभ मिल रहा है। इसी मॉडल को अपनाते हुए उत्तराखंड में भी 614 पीएचसी और 24 शेष सीएचसी को आयुष्मान योजना में शामिल करने का विशेष अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि योजना का लाभ प्रदेश के हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुँचना चाहिए। एक भी पात्र व्यक्ति वंचित न रहे, इसके लिए प्रशिक्षण सहित अन्य सभी आवश्यक प्रक्रियाएं समयबद्ध रूप से पूरी की जाएंगी।
प्रदेश में जनपदवार पीएचसी की स्थिति इस प्रकार है – पौड़ी गढ़वाल में 93, अल्मोड़ा में 65, देहरादून में 62, टिहरी में 54, पिथौरागढ़ में 53, नैनीताल में 51, हरिद्वार व उधम सिंह नगर में 40-40, चमोली में 39, रुद्रप्रयाग में 38, उत्तरकाशी में 32, बागेश्वर में 29 और चंपावत में 18 पीएचसी कार्यरत हैं। अब इन सभी में भी आयुष्मान योजना के अंतर्गत इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।