हरिद्वार। कांवड़ मेला 2025 को सुचारू एवं सुरक्षित बनाने के लिए जिला प्रशासन ने यातायात और पार्किंग की विस्तृत योजना जारी की है। इस वर्ष लाखों कांवड़ यात्रियों और श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए विभिन्न राज्यों से आने वाले वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग और पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं।
हरिद्वार की ओर आने वाले वाहन उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, देहरादून, ऋषिकेश, नैनीताल, बिजनौर व मुरादाबाद से अलग-अलग तय मार्गों से प्रवेश करेंगे। दिल्ली-मेरठ-मुजफ्फरनगर की दिशा से आने वाले भारी वाहन मंगलौर, नगला इमरती, लक्सर होते हुए बैरागी कैंप पार्किंग तक जाएंगे, जबकि हल्के वाहन पुरकाजी बॉर्डर से होते हुए लक्सर पहुंचेंगे।
भीड़भाड़ या मार्ग अवरोध की स्थिति में वाहनों को रामपुर तिराहा, देवबंद, मंडावर होते हुए डायवर्ट किया जाएगा। इसी तरह, देहरादून और ऋषिकेश से आने वाले वाहन नेपाली तिराहा, सप्तऋषि तिराहा, दूधाधारी फ्लाईओवर से गुजरते हुए हरिद्वार पहुंचेंगे।
चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के लिए विशेष रूट निर्धारित किया गया है। केदारनाथ व बद्रीनाथ जाने वाले वाहन मेरठ से गढ़मुक्तेश्वर, नजीबाबाद, कोटद्वार होते हुए जाएंगे जबकि गंगोत्री-यमुनोत्री जाने वाले वाहन मुजफ्फरनगर, देवबंद, छुटमलपुर और विकासनगर के रास्ते पहुंच सकेंगे।
11 जुलाई से 17 जुलाई तक रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक भारी वाहनों की आवाजाही सीमित रहेगी जबकि 18 जुलाई से मेला समाप्ति तक इन पर पूर्ण प्रतिबंध लागू रहेगा। मुरादाबाद और बिजनौर की ओर से आने वाले भारी वाहनों को चिड़ियापुर और कांगड़ी पार्किंग में रोका जाएगा,,
छोटे वाहनों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ऑटो, विक्रम और ई-रिक्शा के लिए अलग से डायवर्जन प्लान बनाया गया है। देहरादून, बीएचईएल, कनखल और जगजीतपुर से आने वाले सभी हल्के वाहन विभिन्न चौराहों से वापस लौटाए जाएंगे।
रोडवेज की सभी बसें अपने-अपने निर्धारित मार्गों से संचालित होंगी। देहरादून और ऋषिकेश से आने वाली बसें मोतीचूर पार्किंग में, जबकि दिल्ली, मेरठ, सहारनपुर, पंजाब, हरियाणा से आने वाली बसें ऋषिकुल मैदान में पार्क की जाएंगी।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कुल 42,700 वाहनों की पार्किंग क्षमता तैयार की गई है। बैरागी कैंप पार्किंग में 15,000 भारी वाहन खड़े हो सकेंगे, जबकि मोतीचूर, लालजीवाला, अलकनंदा और गौरीशंकर पार्किंग में हल्के वाहनों और दुपहिया वाहनों के लिए जगह सुनिश्चित की गई है।
हर की पैड़ी क्षेत्र की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चंडीचौक से वाल्मीकि चौक, शिवमूर्ति चौक और भीमगौड़ा बैरियर से हर की पैड़ी तक के मार्ग को जीरो जोन घोषित किया गया है।
किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में देहरादून और पौड़ी जिलों के सहयोग से वाहनों का प्रवेश सीमित या डायवर्ट किया जाएगा। लक्सर मार्ग बाधित होने पर कांवड़ वाहनों को नजदीकी स्थलों पर पार्किंग कराई जाएगी।