
काशीपुर। काशीपुर की बहुचर्चित ग्राम सभा बरखेड़ा पांडे से ग्राम प्रधान पद के लिए चुनावी समर में उतरीं युवा प्रत्याशी पूजा सिंह गांव के चहुंमुखी विकास के साथ ग्रामीणों में शिक्षा की अलख जगाना चाहती हैं। उनका कहना है कि एक रोटी भले ही कम खाना, पर अपने बच्चों को जरूर पढ़ना।
विगत पंचवर्षीय योजना में ग्राम बरखेड़ा पांडे से क्षेत्र पंचायत सदस्य रहे सतपाल सिंह “गुरुजी” की पत्नी श्रीमती पूजा सिंह ने हमारे संवाददाता से एक मुलाकात में कहा कि बरखेड़ा पांडे में लोग जातिवाद, परिवारवाद और गुटबाजी की राजनीति से तंग आ चुके हैं और इस बार परिवर्तन लाना चाहते हैं। उन्होंने अपनी जीत सुनिश्चित बताते हुए कहा कि यह ग्राम सभा विकास के मामले में काफी पीछे गई है। गांव की सड़कों की ऐसी दुर्दशा है की बरसात के दिनों में निकलना भी मुश्किल हो जाता है। ग्रामीण बेरोजगारी और नशे की प्रवृत्ति से परेशान हैं उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद में गांव के चहुंमुखी विकास के साथ यहां शिक्षा का स्तर ऊपर उठाना चाहती हैं। पूजा सिंह के सुर में सुर मिलाते हुए उनके पति निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य सतपाल सिंह ने शिक्षा को जरूरी बताते हुए कहा कि समाज अगर शिक्षित होगा तो स्वाभाविक रूप से अपने हकों और विकास की बात करेगा। उन्होंने बताया कि लंबे समय से उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में काम किया जा रहा है, दो साल तक उन्होंने कोचिंग खोलकर बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी है, इसके लिए वह अभी काम कर रहे हैं ।उनके द्वारा बच्चों को पाठ्यक्रम के अलावा व्यावसायिक शिक्षा भी दी जा रही है ताकि पढ़ाई खत्म होते-होते बच्चे अपने पैरों पर खड़े हो सके। सतपाल सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी पूजा सिंह यदि ग्राम प्रधान चुनी जाती हैं तो ग्रामीणों में शिक्षा की अलख जगाने के लिए संभव प्रयास किए जाएंगे। अपनी प्राथमिकता गिनाते हुए उन्होंने बताया कि चुनाव जीतने के बाद गरीब, किसान, मजदूर और वृद्धो के उत्थान के लिए काम किए जाएंगे तथा बिना किसी भेदभाव के गांव का विकास करने का हर संभव प्रयास करेंगे।