देहरादून। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने शुक्रवार को सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि सभी जिला और उपजिला अस्पतालों में डॉक्टर, शल्य चिकित्सक (सर्जन), स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ और रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती अनिवार्य रूप से की जाए। साथ ही, अस्पतालों में एनआईसीयू (नवजात गहन चिकित्सा इकाई), एसएनसीयू (विशेष नवजात देखभाल इकाई) और पीआईसीयू (बाल गहन चिकित्सा इकाई) जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य के दूरस्थ और अधिक मरीजों वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में भी न्यूनतम जरूरी विशेषज्ञ सेवाएं और तकनीशियन उपलब्ध कराए जाएं।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि अस्पतालों में डॉक्टरों और उपकरणों की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है।