हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) श्रीमती आकांक्षा कोण्डे की अध्यक्षता में आज ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत संचालित इनोवेटिव सीबीओ (सामुदायिक आधारित संगठन) स्तरीय उद्यमों की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य परियोजना की अभिनव गतिविधियों को जमीनी स्तर पर मजबूती प्रदान करना तथा लाभार्थियों के समक्ष आ रही चुनौतियों पर समाधान हेतु विस्तृत चर्चा करना था।
समीक्षा बैठक में नारसन विकासखंड से तीन इनोवेटिव गतिविधियों के लाभार्थी और उनके संबंधित सीएलएफ (क्लस्टर लेवल फेडरेशन) के पदाधिकारियों ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया। लाभार्थियों ने अपनी गतिविधियों को संचालित करने में आने वाली समस्याओं, उनके निवारण के लिए सुझावों और भविष्य की वे-फॉरवर्ड रणनीति पर विस्तृत चर्चा की।
सीडीओ महोदया के साथ, रेखीय विभाग के अधिकारीगण— जिनमें मुख्य उद्यान अधिकारी, डेयरी विभाग और डेप्युटी सीवीओ शामिल थे—ने भी प्रतिभाग किया । बैठक में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के जिला परियोजना प्रबंधक श्री संजय सक्सेना, समस्त सहायक प्रबंधक, खंड विकास अधिकारी नारसन सुभाष सैनी तथा नारसन विकासखंड स्तरीय रीप और एनआरएलएम (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) की पूरी टीम ने भी प्रतिभाग किया।
चर्चा के उपरांत, सीडीओ श्रीमती आकांक्षा कोण्डे ने परियोजना की प्रगति को देखते हुए रेखीय विभाग के अधिकारियों को कहा कि सभी अधिकारी नारसन विकासखंड के इन इनोवेटिव उद्यमों का भौतिक भ्रमण करेंगे। इस भ्रमण के दौरान वे गतिविधियों के संचालन में आ रही समस्याओं और सुझावों को ध्यान में रखते हुए एक विस्तृत एवं तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार करेंगे।
सीडीओ ने निर्देशित किया कि यह विस्तृत रिपोर्ट जल्द ही उनके (सीडीओ) समक्ष प्रस्तुत की जाए, ताकि प्राप्त तथ्यों के आधार पर इन उद्यमों को मजबूती प्रदान करने और गति देने के लिए आवश्यक कार्ययोजना बनाई जा सके। यह पहल लाभार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने और परियोजना के लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त करने में महत्वपूर्ण साबित होगी।