प्रेम चुनरिया बैंकट हॉल में काम करने वाले प्रमोद पंत का कहना है की 12:30 में बैंकट हॉल प्रेम चुनरिया में स्टाफ का खाना बनाने के लिए गया हुआ था
प्रेम चुनरिया बैंकट हॉल के बाहर मैंने अपनी साइकिल ताला लगा कर बैंकट हॉल के अंदर गया हुआ था स्टॉप का खाना बनाने के लिए कुछ देर बाद बैंकट हॉल के बाहर आया वहां पर देखा तो मेरी साइकिल बाहर नहीं खड़ी हुई मिली आसपास लोगों से पता किया कि आपने मेरी साइकिल को देखा क्या
तो वहां के लोगों ने बताया की तुम्हारी साइकिल एक व्यक्ति ले गया लेकिन हमें यह नहीं पता था वह साइकिल तुम्हारी है अगर हमें पता होता कि वह साइकिल तुम्हारी है तो हम उस व्यक्ति को पकड़ लेते