काशीपुर । देश के 26 प्रदेशों में सक्रियता के साथ काम कर रहे डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के उत्तराखंड प्रभारी फतेह बहादुर सिंह ने कहा है कि एससी एसटी और समाज में दबे कुचले लोगों को उनके मौलिक अधिकार दिलाना और समाज में व्याप्त अंधविश्वास व कुरीतियों को दूर करना उनकी प्राथमिकता है।
डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय एकता मंच के उत्तराखंड प्रभारी फतेह बहादुर सिंह ने एक मुलाकात में हमारे संवाददाता आर. पी. उदास को बताया कि कई प्रकार के आरक्षण के बावजूद एस सी, एस टी और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग आज भी अपने मौलिक अधिकारों से वंचित हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां इस समाज को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती हैं। यही कारण है कि इस वर्ग के ज्यादातर लोग बेरोजगारी और भुखमरी से जूझ रहे हैं, श्री सिंह ने बताया कि उनका संगठन इसी समाज की शिक्षा बेरोजगारी के लिए तल्लीनता के साथ संघर्ष कर रहा है ।समाज में फैले अंधविश्वास और कुरीतियों को दूर करना उनके संगठन की प्राथमिकता है, जिसके लिए अनेक स्थानों पर सम्मेलन और बैठकों के जरिए लोगों को जागरूक करने की दिशा में वह काम कर रहे हैं। श्री सिंह ने बताया कि नारी सशक्तिकरण को लेकर उनका संगठन विशेष रूप से काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि नवंबर माह में यहां ग्राम कुदैयावाला में एक प्रदेश स्तरीय सम्मेलन होगा ,इसी समय जसपुर के ग्राम पतरामपुर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की एक प्रतिमा भी लगाई जाएगी। विगत दिवस संगठन की एक महत्वपूर्ण बैठक ग्राम कुदैयावाला में हुई जिसमें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डॉक्टर अंबेडकर एकता मंच के राष्ट्रीय अधिवेशन व स्थापना दिवस में भारी संख्या में बढ़-चढ़कर भाग लेने का निर्णय निर्णय लिया गया ।बैठक में मुख्य रूप से उत्तराखंड प्रभारी फतेह बहादुर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष यामीन अंसारी, महिला प्रकोष्ठ की मंडल अध्यक्ष गीता चंद्रा, कुमाऊं मंडल अध्यक्ष धर्मपाल सिंह, रामप्रसाद, मनीष कुमार, लाल बहादुर ठेकेदार, मोहम्मद रिजवान, गयासुर रहमान, नवल सिंह, सुनीता देवी, सुभाष चंद व विनोद कुमार आदि मौजूद थे।
