शनिवार को कड़च्छ मोहल्ले से आठ माह के मासूम का सोते समय कमरे से अपहरण कर लिया गया। करीब 36 घंटे के अंदर पुलिस ने मासूम को सकुशल पाकर छह महिलाओं सहित एक कपड़ा कारोबारी को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर दिया था। पुलिस ने अभी राहत की सांस भी नहीं ली थी कि रोड़ीबेलवाला से पांच साल के बच्चे के अपहरण की खबर से होश फाख्ता हो गए। हालांकि ये घटना नौ दिसंबर की थीं। लेकिन उच्च अधिकारियों के संज्ञान में मामला रविवार को ही आया। कुल मिलाकर अपहरण की घटनाओं से जहां पुलिस की नींद उड़ी हुई है वहीं हर परिजन को अपने बच्चों को लेकर भी चिंता सताने लगी है। पुलिस का दावा है कि बच्चे के अपहरण की सूचना मिलते ही उसकी तलाश शुरू कर दी गई थीं। लेकिन बच्चे के परिजन तहरीर देने को तैयार नहीं थे। जबरदस्ती बच्चे के परिजनों को बुलाकर तहरीर ली गई और मुकदमा दर्ज किया गया।
बीते शुक्रवार को ज्वालापुर पीठ बाजार निवासी कारोबारी के 11 वर्षीय बेटे ने खुद ही अपने अपहरण की कहानी गढ़ ली थीं। अपहरण की सूचना से पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए थे। हालांकि कुछ ही घंटों में पुलिस ने मामले से पर्दा उठा दिया था। बच्चे ने ट्यूशन न जाने के लिए खुद ही फर्जी कहानी बनाई थीं। लेकिन अगले ही दिन दूसरे बच्चे के अपहरण की कहानी सच हो गई।