जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के चहुंमुखी विकास के लिए कलस्टर आधारित योजनाओं को बढ़ावा दें : नेगी

रूद्रपुर । उपाध्यक्ष ग्राम्य विकास एवं पलायन निवारण आयोग डॉ.एसएस नेगी ने जनपद के चहुॅमुखी विकास एवं पलायन रोकथाम से सम्बन्धित महत्वपूर्ण बैठक विकास भवन सभागार में ली।

 

उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के चहुॅमुखी विकास हेतु कलस्टर आधारित योजनाओं को बढ़ावा दिया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि वर्तमान में बाजार मांग के आधार पर जनपद के किसानों को पुष्प उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाये तथा बाजार की मांग व आश्यकताओं के बारे में विस्तार से जागरूक किया जाये। उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छी किस्म के बीजों का वितरण समय से किया जाये और बीज की गुणवत्ता के साथ समझौता न हो ताकि फसल उत्पादन अच्छा हो। उन्होंने कहा कि टिसू कल्चर लेब स्थापित करने की दिशा में कार्य किया जाये। उन्होंने कहा कि जनपद में पर्यटकों को आकर्षित करने की दिशा में कार्य किये जाये। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही रोजगारपरक योजनाओं के लाभ पात्र व्यक्तियों तक आसानी से पहुॅचता है। उन्होंने कहा कि पीएमईजीपी योजना युवाओं के लिए अत्यन्त लाभकारी है। उन्होंने बीएलबीसी की बैठकों में उद्योग विभाग के प्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करने के निर्देश दिये।

उन्होंने रीप द्वारा पायलट प्रोजेक्ट बेस पर किये जा रहे कार्यों की प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि फील्ड कर्मियों को स्पष्ट पता होना चाहिए कि किस प्रकार और कौनसे कार्य करने हैं तथा ब्लॉक स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा बैठकें आयोजित की जायें।

बैठक में ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, कृषि, मत्स्य, उद्यान, सहकारिता, उद्योग, चिकित्सा, शिक्षा, पर्यटन आदि विभागों द्वारा महत्पूर्ण सुझाव देने के साथ ही विभिन्न चुनौतियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।

बैठक में उपायुक्त ग्राम्य विकास डॉ.जीएस खाती, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, जिला विकास अधिकारी तारा ह्यांकी, सहायक निदेशक मत्स्य संजय कुमार छिम्वाल, जिला पंचायतराज अधिकारी आरसी त्रिपाठी, मुख्य कृषि अधिकारी एके वर्मा, मुख्य उद्यान अधिकारी भावना जोशी, महाप्रबन्धक उद्योग विपिन कुमार सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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