काशीपुर। काशीपुर के पूर्व पार्षद विपिन शर्मा और पप्पी हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए घटना के बाद आत्मसमर्पण करने वाले हत्यारोपी को जेल भेज दिया है। हत्या एक प्लाट खरीदने के बाद रुपए के लेनदेन के कारण उपजे विवाद में की गई थी।

इस मामले का खुलासा करते हुए एसपी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि मामले में मृतक विपिन शर्मा उर्फ पप्पी के पुत्र मोहल्ला कानूनगोयान निवासी करन शर्मा की तहरीर पर पुलिस ने इसी मुहल्ले के टेक चंद पुत्र अमरनाथ के विरुद्ध हत्या का अभियुक्त अभियोग पंजीकृत कर लिया है।एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान टेक चन्द्र ने बताया कि मैं आम-अमरूद्ध के बागों का ठेका लेता हूं। मुझे अपने जानवर पालने के लिये घर के पास जमीन की जरूरत थी, मेरे घर के पास खाली प्लॉट था, जिसे हमारे वार्ड का पूर्व मेम्बर विपिन शर्मा उर्फ पप्पी अपना बताता था। मैंने पप्पी मेम्बर से प्लॉट खरीदने की बात कही तो वह राजी हो गये और मोलभाव के हिसाब से 800 रुपये स्क्वायर फिट से बात पक्की हो गयी। वह प्लॉट लगभग 1348 स्क्वायर फिट है जिसका कुल हिसाब 10 लाख 25 हजार रुपये में हो गया। जिस पर मैंने बयाने के तौर पर 50 हजार रुपये भी दे दिये, उसके बाद लगभग दो लाख रूपये दे दिये।
टेक चन्द्र ने बताया कि बयाना लेने के बाद पप्पी मेम्बर ने बताया कि उक्त प्लाट मेरे नाम पर नहीं है। यह प्लाट जसपुर क्षेत्र की महिलाओं के नाम पर है। तब मेरे द्वारा उन महिलाओं को बुलाने के नाम पर पप्पी मेम्बर ने मेरी चैक बुक से 2-2 लाख रुपये के तीन चैक अपने पास रख लिये। वहीं, जब महिलाओं ने कहा कि हमें पैसे जल्दी चाहिये तो मैंने 3-3 लाख रुपये उन महिलाओं के खाते में डाल दिये, जिसके बाद उक्त प्लाट की रजिस्ट्री मेरे नाम हो गयी। उसके बाद तीन चैकों में से पप्पी मेम्बर ने दो चैक तो मुझे वापस कर दिये लेकिन एक चैक अपने पास रख लिया।टेक चन्द्र ने बताया कि तब से उस चैक के नाम पर पप्पी मेम्बर मुझे हमेशा टार्चर करता था कि उक्त चैक लेकर थाने जाऊंगा तथा तुझे कोर्ट में रगड़ दूंगा, जिससे मेरी परेशानी बढ़ती जा रही थी। इसी बात को लेकर कल टेकचंद और विपिन शर्मा के बीच विवाद हो गया देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि टेकचंद ने आवेश में आकर मोटरसाइकिल में रखें अपने फावड़े से विपिन शर्मा पर ताबड़तोड़ प्रहार कर दिए लहूलुहान विपिन शर्मा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। आज पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों परिजनों को सौंप दिया है। हत्यारोपी को धारा 302 के तहत जेल भेज दिया गया है।