हरिद्वार। कांवड़ मेले की तैयारियों को परखने डीजीपी हरिद्वार पहुंचे। जहाँ उन्होंने मंगलवार से शुरू होने वाले कांवड मेले को शान्तिपर्वूक सम्पन्न कराने के लिये माँ गंगा की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया।

आज देर शाम उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने सीसीआर सभागार में कांवड ड्यूटी में तैनात पुुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डी-ब्रीफिंग किया। मेला क्षेत्र के सुपर जोनल एवं जोनल पुलिस अधिकारियों के साथ मेले के संबंध में चर्चा करते हुए उपस्थित अधिकारियों का मार्गदर्शन किया।

तैनात पुुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को किया डी-ब्रीफिंग
डीजीपी ने अपने लंबे अनुभव से साझा करते हुुये कहा कि धार्मिक विश्वास के अनुरूप इस वर्ष बीते वर्ष से अधिक कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुँचेंगे। हम सभी को प्री प्लान कर आपसी समन्वय से अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है। मेले में देश के कई राज्यों से श्रद्धालु आते हैं, जिनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए हमें उन्हें सकुशल उनके गंतव्य पहुँचाना है। प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी की ड्यूटी बहुत महत्वपूर्ण है। सुपर जोनल एवं जोनल प्रभारियों को अधीनस्थ फोर्स को निरन्तर मोटिवेटेड करते रहना है। साथ ही उनकी व्यवस्थाओं का ख्याल रखना है ताकि जवान 12 घंटे मुस्तैदी के साथ ड्यूटी का निर्वहन कर सकें। किसी एक स्थान पर भीड़ एकत्रित होने पर मुवमेंट कर लोगों को शिफ्ट करना अतिआवश्यक है क्योंकि अक्सर छोटी घटनाएं बड़ा रूप ले लेती है। क्राउड कंट्रोल व प्लान लागू करने में फिल्ड ऑफिसर्स के साथ कंट्रोल रूम की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। अधिकारी भीड़ का आकलन कर यातायात मार्ग की स्थिति से निरंतर उच्चाधिकारियों को अवगत कराते रहेंगे। अधिकारी एवं कर्मचारियों को किसी भी विषम परिस्थिति मे अपना धैर्य नहीं खोना है। पैरामिलिट्री फोर्स के अधिकारी अपनी फोर्स को समय पर ब्रीफ करते रहे ताकि कुछ बदलाव होता तो उसकी जानकारी मिल सके। ड्यूटी के दौरान फोर्स के जवान को एग्रेसिव नहीं होना है, अगर कहीं पर स्थिति प्रतिकूल होती है तो लोकल पुलिस अधिकारी को तत्काल सूचित किया जाये ताकि समय रहते स्थिति को सामान्य बनाया जा सके।