हरिद्वार। तीर्थनगरी में नालियों की सफाई और ड्रेनेज सिस्टम को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। बरसाती पानी की सही निकासी के लिये बरसाती मौसम में नहरों के जल स्तर को कम करने के निर्देश दिए गए।
आज जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी धीराज सिंह ने नालियों की सफाई एवं ड्रेनेज सिस्टम के लिये सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक की। जिलाधिकारी ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि सिंचाई, लोनिवि, एनएच, तथा नगर निगम के अधिकारी आपसी मालमेल से कार्य करें। साथ ही उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अभियंताओं को बरसात होने पर नहर का जल स्तर कम करन को कहा ताकि बरसात के पानी की निकासी आसानी से हो सके।
विधायक मदन कौशिक ने यूपी सिंचाई विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही बताते हुये कहा कि शहर में बरसात का पानी भरता है क्योंकि नहर का स्तर अधिक होने से पानी की निकासी सही से नहीं हो पाती है। विधायक ने एनएचएआई के अभियंताओं को भूपतवाला में कामगारों की संख्या बढ़ाकर या जेसीबी के माध्यम से सफाई कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिये कहा। उन्होंने विभिन्न स्थानों में जल भराव से निजात पाने के लिए तुरंत कार्रवाई की मांग की है। जिनमें 30 नालों की सूची साझा की गई। साथ ही भेल क्षेत्र में स्थित तालाबों की गहराई बढ़ाने को कहा ताकि वर्षा जल को संरक्षित किया जा सके।
बैठक में नगर आयुक्त वरूण चैधरी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनीष दत्त, उप जिलाधिकारी मनीष सिंह, अजयवीर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चैहान, अधिशासी अभियंता सिंचाई मंजू डैनी, सभासद- विकास तिवारी, राजेश शर्मा , सुनील गुड्डू, अनिरुद्ध भाटी आदि सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।