देहरादून। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही बुधवार से पवित्र चारधाम यात्रा शुरू हो गई है। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाने वाली इस यात्रा से होटल, परिवहन, और घोड़े-खच्चर संचालकों की आजीविका चलती है। इस बार केदारनाथ और यमुनोत्री पैदल मार्ग पर 4300 से अधिक घोड़े-खच्चर संचालक सेवाएं देंगे। केदारनाथ के लिए अब तक 2493 संचालकों ने 5000 से अधिक घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण करवाया है, जबकि यमुनोत्री के लिए 3700 से अधिक पंजीकरण हुए हैं। दोनों धामों पर पशु चिकित्सकों की तैनाती, अस्थायी पशु चिकित्सालय, गीजर और गर्म पानी की व्यवस्था की गई है। यात्रियों की सुविधा के लिए प्रीपेड बुकिंग काउंटर और जैकेट युक्त नंबर प्रणाली लागू की गई है। प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि केवल फिटनेस प्रमाणित जानवर ही यात्रा में शामिल हों।