शुक्रवार को परेड ग्राउंड, देहरादून में आयोजित *राष्ट्रीय खेल दिवस 2025* समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खेल समाज को ऊर्जा, अनुशासन और प्रेरणा देते हैं। उन्होंने मेजर ध्यानचंद के योगदान को याद करते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक खेल शक्ति बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि *टोक्यो ओलंपिक 2020* और *पेरिस ओलंपिक* में भारतीय खिलाड़ियों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। हाल ही में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी भारतीय एथलीटों ने स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है।
उन्होंने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन ने उत्तराखंड को *“खेलभूमि”* के रूप में पहचान दिलाई। राज्य ने 103 पदक जीतकर 7वां स्थान प्राप्त किया। अब यहां विश्वस्तरीय खेल इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो चुका है, जिसमें हिमाद्रि आइस रिंक पर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन भी शामिल है।
धामी ने घोषणा की कि प्रदेश के आठ शहरों में 23 खेल अकादमियां स्थापित होंगी। हल्द्वानी में पहला खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज बनेगा। पदक विजेता खिलाड़ियों को नौकरी, छात्रवृत्ति व अन्य सुविधाएँ दी जा रही हैं।
कार्यक्रम में 250 से अधिक खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों को करीब 16 करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी गई। ओलंपियन मनदीप कौर, अमीषा रावत और मनोज सरकार को 50-50 लाख रुपये, शौर्य सैनी व अभिनव देशवाल को 30-30 लाख रुपये प्रदान किए गए।
मुख्यमंत्री ने दो घोषणाएँ भी कीं – परेड ग्राउंड में एथलेटिक सिंथेटिक ट्रैक और पवेलियन ग्राउंड में सिंथेटिक फुटबॉल टर्फ बनाने की। साथ ही खिलाड़ियों मानसी नेगी और मोहम्मद अरशद को *आउट ऑफ टर्न नियुक्ति पत्र* दिए।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड खेल सुविधाओं के विकास में लगातार नई ऊँचाइयाँ छू रहा है।