देहरादून।
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने शुक्रवार को सचिवालय में देहरादून शहर की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को लेकर एक अहम बैठक ली। बैठक में एकीकृत महानगर परिवहन प्राधिकरण (UMTA) सहित पुलिस, परिवहन, एमडीडीए और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि देहरादून की ट्रैफिक समस्या को दूर करने के लिए सभी संबंधित विभाग आपसी तालमेल से ठोस और त्वरित कार्यवाही करें। उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिए कि शहर के प्रमुख चौराहों पर जहां पर जाम की स्थिति गंभीर है, वहां जल्द सुधार कार्य शुरू किया जाए। साथ ही, पुलिस और परिवहन विभाग को ट्रैफिक नियमों के सख्त अनुपालन और नियमित चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव ने कहा कि शहर में बढ़ते ट्रैफिक लोड को देखते हुए नए पार्किंग स्थलों की पहचान की जाए और भविष्य के 5 से 10 वर्षों की आवश्यकताओं के अनुसार यातायात की व्यवस्था बनाई जाए। उन्होंने फुटपाथों से अतिक्रमण हटाने और यूटिलिटी लाइनों के स्थानांतरण की प्रक्रिया को तेज करने को कहा। बैठक में आढ़त बाजार को शहर से बाहर शिफ्ट करने पर भी चर्चा हुई। एमडीडीए को निर्देश दिए गए कि इस प्रक्रिया में तेजी लाएं और व्यापारियों को जल्द से जल्द प्लॉट आवंटित करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आढ़त बाजार की शिफ्टिंग के लिए तय कैलेंडर का सख्ती से पालन हो और लोक निर्माण विभाग इसकी डीपीआर जल्द तैयार करे।
मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि कई वाणिज्यिक परिसर और शॉपिंग मॉल्स अपनी निर्धारित पार्किंग का उपयोग नहीं कर रहे हैं, जिससे सड़क पर अवैध पार्किंग बढ़ रही है। ऐसे परिसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आने वाली पीढ़ियों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए शहर में यातायात पार्क विकसित करने का सुझाव भी दिया। बैठक में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय, जिलाधिकारी सविन बंसल, एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी, अपर सचिव रीना जोशी और पूजा गरब्याल, नगर आयुक्त नमामी बंसल तथा उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के बृजेश कुमार मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।