हरिद्वार: रोडवेज बस अड्डे को चंडी घाट से आगे कांगड़ी क्षेत्र स्थित गौरीशंकर मंदिर के समीप स्थानांतरित किए जाने की योजना को लेकर क्षेत्रीय जनता और सामाजिक संगठनों में असंतोष है। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन ने इस संबंध में प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि बस अड्डे को ऋषिकुल मैदान में स्थानांतरित किया जाए। संगठन का कहना है कि ऋषिकुल मैदान रेलवे स्टेशन के समीप है, जिससे यात्रियों को रेल और बस दोनों सेवाओं का सहज लाभ मिल सकेगा।
ज्ञापन में स्पष्ट किया गया है कि यदि बस अड्डे को कांगड़ी क्षेत्र में स्थानांतरित करना अपरिहार्य हो, तो वहां पर सिटी बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाए और उस क्षेत्र को सिटी बस अड्डे के रूप में विकसित किया जाए। इससे जहां यात्रियों को सुविधा मिलेगी, वहीं सरकारी भूमि भी सुरक्षित और संरक्षित रहेगी।
संगठन ने आशंका जताई है कि गौरीशंकर मंदिर से हरिद्वार की दूरी लगभग 5 किलोमीटर है और वहां थ्री व्हीलर संचालकों द्वारा यात्रियों को भ्रमित कर अधिक किराया वसूला जा सकता है, जिससे आध्यात्मिक नगरी हरिद्वार की “वासुदेव कुटुंबकम्” की छवि प्रभावित हो सकती है। यह स्थिति न केवल शहर की गरिमा के विपरीत होगी, बल्कि यात्रियों के अनुभव को भी प्रभावित करेगी।
संगठन की ओर से ज्ञापन सौंपने वालों में संगठन अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह, उपाध्यक्ष विद्यासागर गुप्ता सहित अन्य सदस्यों ने प्रशासन से अपील की है कि रोडवेज बस अड्डे का स्थान चयन इस प्रकार किया जाए, जिससे आमजन और तीर्थयात्रियों दोनों को अधिकतम सुविधा मिल सके। संगठन ने प्रशासन को उचित निर्णय लेने की अपील करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया है।