हरिद्वार। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स से सोमवार को श्री वक्फ इश्रार वक्फ बोर्ड के पदाधिकारी इंद्रजीत कासिम ने मुलाकात की। उन्होंने धार्मिक कार्यक्रमों में कलाकारों द्वारा देव-देवियों का रूप धरकर नृत्य प्रस्तुत करने पर रोक लगाने की मांग उठाई।
उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रस्तुतिकरण से समाज में धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। कई बार ऐसे मंचन से विवाद और अप्रिय स्थितियां पैदा हो जाती हैं। इसलिए वक्फ बोर्ड को इस पर अंकुश लगाने के लिए कदम उठाने चाहिए।
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा कि किसी को भी धर्म का अपमान करने का अधिकार नहीं है। देव-देवियों का रूप धरकर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सरकार *कल्चरल मिशन* चला रही है। उन्होंने अपील की कि इस तरह की गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दी जाए।
वक्फ बोर्ड भी इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर आगे की रणनीति बनाएगा।
इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुखों में पंडित पवन मोहन शास्त्री, लोकेश इश्वर गिरि, जपनी शास्त्री, सुरेश चौधरी, मनीष चौधरी, विजय, आचार्य गिरिश मिश्रा, दयालनी, रमेश चौहान, हरिपाल शर्मा, पवन त्यागी, पेयल गिरी, हरिवंश सेनी सहित कई लोग मौजूद रहे।