हरिद्वार। आज रोशनाबाद स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में चार धाम व्यवस्था की तैयारियों पर मॉक अभ्यास तथा आगामी मानसूनकाल के दौरान आपदाओं की संवेदनशीलता पर चर्चा की गई।
बाढ़ और जलभराव की आपदा से प्रभावित संवेदनशील नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में चिन्ह्ाकन कर तहसील स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ चैकियों की स्थापना की जा रही है। साथ ही, सड़क, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सभी छोटे और बड़े नालों, नालियों, और कलवटों की साफ सफाई और जल निकासी का समुचित व्यवस्था किया जा रहा है। इसके अलावा, नदी तटवर्ती और निचले स्तरों पर निवासरत ग्रामीण आबादी के लिए सुरक्षित स्थानों का चिन्ह्ाकन भी किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में महामारी नियंत्रण के लिए पेयजल, विद्युत, खाद्यान्न, संचार, और आवागमन की समुचित व्यवस्था और चिन्ह्ीकरण बाढ़ एवं किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिवादन हेतु स्वयंसेवकों कार्यदलों का चयन एवं प्रशिक्षण, चारधाम यात्रा के दृष्टिगत आयोजित मॉक अभ्यास की तैयारी के सम्बंध में चर्चा हुई। गंगा में जलस्तर बढ़ने पर सिंचाई विभाग द्वारा क्या कार्यवाही की जायेगी के सम्बंध में चर्चा की।
इसके अतिरिक्त, हीट वेव और लू से बचने के लिए कुछ सावंधानियाँ और जन-जागरूकता बढ़ाये गंगा में जलस्तर के बढ़ने पर सिंचाई विभाग के साथ चर्चा की हुई।