बांसखेड़ा को आदर्श ग्रामसभा बनाना चाहती हैं फराह बोरा

काशीपुर। काशीपुर विकासखंड की ग्रामसभा बांसखेड़ा खुर्द से प्रधान पद हेतु चुनाव मैदान में उतरीं श्रीमती फराह सिंह बोरा गांव को नशा मुक्त करते हुए अपनी ग्राम सभा को आदर्श ग्रामसभा के रूप में विकसित करना चाहती हैं। समाज सेवा में गहरी रुचि रखने वाली श्रीमती फराह बोरा यहां के पूर्व प्रधान नन्हे सिंह बोरा की पत्नी हैं।

 

हाल ही में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बांसखेड़ा खुर्द ग्रामसभा से प्रधान पद की प्रबल दावेदार श्रीमती फराह सिंह बोरा ने हमारे संवाददाता आर.पी.उदास से एक मुलाकात में बताया कि पहले से ही समाज सेवा में सक्रिय रहने के कारण गांव के सभी वर्गों का उन्हें भरपूर समर्थन व आशीर्वाद मिल रहा है, उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर गहरी चिंता और नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि क्षेत्र के छोटी उम्र के किशोर और युवा नशे के आदी होकर अपने अमूल्य जीवन को तबाह करने पर तुले हैं, जिस कारण उनके अभिभावक चिंता में अधमरे हो रहे हैं। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि इतना सब होने के बावजूद आजतक न तो यहां के जनप्रतिनिधियों ने नशे को बंद कराने के लिए इच्छा शक्ति दिखाई और ना ही पुलिस प्रशासन ने कोई सार्थक कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान बनने के बाद वह गांव को नशा मुक्त करने का प्रयास करेंगी ।विकास की अन्य प्राथमिकताएं बताते हुए श्रीमती बोरा ने बताया कि गांव में एक धर्मशाला का निर्माण कराया जाएगा जो कि ग्रामीणों के शादी विवाह में अन्य समारोह के लिए मुफ्त उपलब्ध रहेगी। साथ ही गांव में बच्चों के खेलने कूदने और सैर सपाटे के लिए एक सुंदर पार्क बनाया जाएगा, इसके लिए ग्राम सभा की जमीन मौजूद है। इसके साथ ही गांव की सभी सड़कों नालियों और खड़ंजे का निर्माण कराया जाएगा, पथ प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जहां जरूरत होगी वहां नए बिजली के खंभे लगाए जाएंगे और उन पर लाइटों की व्यवस्था होगी। विधवा, वृद्धा पेंशन और राशन कार्ड संबंधी समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान कराया जाएगा। श्रीमती फराह बोरा ने बेबाक शैली में बात करते हुए कहा कि वह अन्य महिला प्रतिनिधियों की तरह नहीं हैं, जो चुनाव जीतने के बाद पर्दे में बैठ जाती हैं। उन्होंने कहा कि वह आज भी लोगों की खुलकर मदद करती हैं और चुनाव जीतने के बाद भी 24 घंटे ग्रामीणों की सेवा में तत्पर रहेंगी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2008 में उनके पति नन्हे सिंह बोरा ने ग्राम प्रधान बनने के बाद बहुत सारे विकास कार्य कराए थे, उन्हीं की प्रेरणा से वह भी ग्राम प्रधान बनकर अपनी ग्राम सभा को आदर्श ग्राम सभा के रूप में विकसित करने का प्रयास करेंगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *