हरिद्वार: अखिल भारतीय वरिष्ठ नागरिक महासंघ कल, 1 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाएगा। इस अवसर पर महासंघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वरिष्ठ नागरिकों से जुड़ी प्रमुख समस्याओं के समाधान की मांग की है। प्रेस क्लब सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में महासंघ के अध्यक्ष एमके रैना ने बताया कि यह संगठन देश का सबसे बड़ा वरिष्ठ नागरिक संगठन है, जो 20 से अधिक राज्यों में संबद्ध संगठनों के माध्यम से 30 लाख से अधिक वरिष्ठ नागरिकों का प्रतिनिधित्व करता है।
महासंघ ने रेलवे यात्रा रियायतों को तत्काल बहाल करने की अपील की। रैना ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान बंद की गई यह रियायत लगभग 15 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े अधिकारों का मामला है और इसे शीघ्र लागू करना आवश्यक है। साथ ही, उन्होंने नीति आयोग की वरिष्ठ देखभाल पर रिपोर्ट (फरवरी 2024) का हवाला देते हुए अलग वरिष्ठ नागरिक मंत्रालय बनाने की मांग की। रैना ने चेतावनी दी कि 2050 तक भारत में बुजुर्गों की जनसंख्या 20 प्रतिशत तक पहुँच सकती है और यदि समय पर ठोस कदम न उठाए गए तो यह गंभीर सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का कारण बन सकता है।
पत्रकार वार्ता में एमके रैना के साथ भीम सेन श्रीधर, सर्वेश गुप्ता, सुरेश पालगे, एसके अग्रवाल और आरके अनेजा भी उपस्थित रहे।