काशीपुर। नगर निगम काशीपुर के सभी पार्षद एक मंच पर एकजुट होकर मेयर दीपक बाली के समर्थन में सामने आए और पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा द्वारा चौराहों के नाम बदलने पर की गई बयानबाजी का विरोध किया। पार्षदों ने कहा कि पूर्व विधायक को काशीपुर का तेज़ी से हो रहा विकास हज़म नहीं हो रहा, क्योंकि उन्होंने अपने 20 वर्षों के कार्यकाल में खुद कुछ नहीं किया और अब जब महापौर दीपक बाली शहर को विकास की नई दिशा दे रहे हैं, तो उन्हें यह रास नहीं आ रहा।
पार्षदों ने दावा किया कि महापौर ने 100 दिनों में 63 करोड़ रुपये के विकास कार्य शुरू करवा कर रिकॉर्ड बनाया है। हर वार्ड में सड़क निर्माण, नालियों की सफाई, गूल और गैबिया की सफाई जैसे काम तेजी से हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दीपक बाली बिना किसी भेदभाव के हर वार्ड का समान रूप से विकास कर रहे हैं और उनकी कार्यप्रणाली पारदर्शी है।
पार्षदों ने स्पष्ट किया कि चौराहों के नाम बदलने की मांग जनता और सामाजिक संगठनों से आई थी, और इस पर नगर निगम बोर्ड की सहमति के बाद ही कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने पूर्व विधायक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह संगठन की बात कर रहे हैं, लेकिन खुद 20 साल तक संगठन के कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दी।
पार्षदों ने यह भी कहा कि महापौर हर पार्षद की समस्या का त्वरित समाधान करते हैं और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, जिससे पूर्व विधायक असहज महसूस कर रहे हैं। शिलान्यास कार्यक्रमों में मेयर पार्षदों को प्राथमिकता देते हैं और संगठन से जुड़े लोगों को भी सम्मान देते हैं। वहीं पूर्व विधायक के कार्यकाल में जनता और पार्षदों की उपेक्षा होती रही है।
प्रेस वार्ता में नगर निगम के दर्जनों पार्षद मौजूद रहे और महापौर के कार्यों की सराहना करते हुए उनके नेतृत्व पर विश्वास जताया। कार्यक्रम का संचालन पार्षद संजय शर्मा ने किया।