हरिद्वार। इंकलाबी मजदूर केंद्र का सातवां केंद्रीय सम्मेलन 4-5 अक्टूबर को त्रिमूर्ति नगर ज्वालापुर में आयोजित किया जाएगा। प्रैस क्लब में पत्रकारवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए इंकलाबी मजदूर केंद्र के महासचिव रोहित रूहेला ने बताया कि दो दिवसीय केंद्रीय सम्मेलन में संगठन के प्रतिनिधि विगत तीन वर्षो में देश दुनिया हुए घटनाक्रमों का मजदूरों के जीवन पर पड़े रहे प्रभावों पर व्यापक चर्चा करेंगे और अगले तीन वर्ष के लिए संगठन के पदाधिकारियों का चुनाव किया जाएगा। चर्चा के उपरांत प्रस्ताव पास किए जाएंगे। 5 अक्टूबर को खुले सत्र का आयोजन किया जाएगा। जिसमें विभिन्न ट्रेड यूनियनों व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। इसके उपरांत एक जुलूस निकाला जाएगा। रोहित रूहेला ने बताया कि सम्मेलन में मजदूरों से जुड़े विभिन्न मुददों पर चर्चा के उपरांत प्रस्ताव पास कर उदारीकरण, निजीकरण, वैश्वीकरण नीतियों को रद्द कर शिक्षा, स्वास्थ्य और सार्वजनिक उद्यमों का निजीकरण बंद करने, मजदूर विरोधी कानूनों को निरस्त करने, ठेका प्रथा पर रोक और सभी अस्थाई व ठेका मजदूरों का स्थाईकरण साथ न्यूतनम वेतन 30 हजार प्रतिमाह करने, महिला मजदूरों से रात की पाली में काम लेने पर रोक, मजदूरों के यूनियन बनाने के अधिकार को बहाल करने, तकनीक के विकास के मद्देनजर 6 घंटे का कार्य दिवस घोषित करने, मर्जर के नाम सरकारी स्कूलों को बंद करने पर तत्काल रोक, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को मौलिक अधिकार बनाने और सभी को निःशुल्क शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की जाएगी। पत्रकारवार्ता के दौरान पंकज कुमार, अवधेश कुमार, अनिल कुमार सैनी, सत्यवीर आदि मौजूद रहे।