काशीपुर। पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा के आरोपों से आहत होकर महापौर दीपक बाली द्वारा इस्तीफा देने की खबर से शनिवार को काशीपुर में सनसनी फैल गई। जैसे ही यह खबर फैली, शहर के व्यापारी, पार्षद, सामाजिक संगठन, किसान-मजदूर और हजारों लोग नगर निगम पहुंच गए। लोगों ने नारेबाजी करते हुए महापौर से इस्तीफा न देने की अपील की।
महापौर दीपक बाली घर पर थे, जिन्हें जनता जबरन नगर निगम ले गई। लोग उनकी गाड़ी के आगे लेट गए और कहा, “दीपक बाली संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं।” भीड़ के आग्रह पर वह निगम सभागार पहुंचे और जनता को संबोधित करते हुए भावुक हो गए।
बाली ने कहा, “मैं राजनीति नहीं, सेवा करता हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा कि मेरी गलती क्या थी। अगर पूर्व विधायक को मुझसे शिकायत थी, तो वह मुझे बुला लेते। मैं उनका बेटा हूं, माफी मांग लेता।” उन्होंने कहा कि वह इस्तीफे का निर्णय ले चुके हैं, लेकिन पार्टी, संगठन और जनता से बात करके अंतिम निर्णय लेंगे।
इस दौरान व्यापारियों ने ऐलान किया कि अगर बाली ने इस्तीफा दिया, तो वे बाजार बंद करेंगे। पार्षदों ने भी सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दी। जाट समाज ने उन्हें पगड़ी पहनाकर समर्थन जताया।
महापौर ने कहा कि वह भाजपा में रहेंगे, संघ व पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात करेंगे। अंत में उन्होंने साफ किया कि अभी इस्तीफा नहीं देंगे, पहले सब से सलाह करेंगे।
सभा में पार्षद वैशाली गुप्ता, मुक्ता सिंह, अजय बन्नू, राजू सेठी, गगन कंबोज, जसवीर सिंह राठी सहित हजारों लोग मौजूद रहे।