काशीपुर।सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं द्वारा उपभोक्ताओं को दिए जाने वाले खाद्यान्न में मिलावट या खराब गुणवत्ता के मामले तो अक्सर सामने आते हैं, परंतु इस बार इन दुकानों से उपभोक्ताओं को दिए जा रहे हैं नमक में मिलावट की बात सामने आई है। नमक में किसी रेतीली वस्तु की मिलावट है जो कि सीधा जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ है। संबंधित आधिकारिक कन्नी काटते हुए इसका सारा दोष सरकार पर डाल रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पिछले कई महीनो से सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं द्वारा उपभोक्ताओं को गेहूं, चावल के साथ नमक के पैकेट भी वितरित किए जा रहे हैं, जिसके लिए उपभोक्ताओं से निर्धारित धनराशि ली जा रही है। इस महीने उपभोक्ताओं को दिए जा रहे हैं नमक में रेत या अन्य किसी रेतीली वस्तु की मिलावट है। खाने में इस्तेमाल करने पर मुंह में रेत आ जाने का एहसास होता है। यह मिलावटी नमक जन स्वास्थ्य पर खतरनाक प्रभाव डाल सकता है। सस्ता गल्ला विक्रेताओं द्वारा दिए जा रहे हैं नमक के पैकेट पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और खाद्य मंत्री की फोटो भी छपे हैं। इस मामले में उपभोक्ताओं ने उत्तराखंड के कई शहरों में संबंधित विभाग को लिखित शिकायत भी की है, उसके बावजूद मिलावटी नमक की बिक्री बदस्तूर जारी है जो कि जन स्वास्थ्य से खिलवाड़ व सोचनीय पहलू है।

इस मामले में खाद्य पूर्ति अधिकारी आशुतोष भट्ट से जानकारी ली गई ली गई तो उन्होंने बताया कि माल की खरीदारी विपणन विभाग करता है। काशीपुर के वरिष्ठ विपणन अधिकारी दिनेश चंद्रा जो अब प्रमोट होकर उप संभागीय वितरण अधिकारी बन चुके हैं से जानकारी मांगी गई तो उनका अजीबो_गरीब जवाब सुनने को मिला, उनका कहना है कि वह इस मामले में भला क्या कर सकते हैं सरकार ने जो नमक उपभोक्ताओं के लिए भेजा है उन्होंने तो वही सस्ता गल्ला विक्रेताओं को दिया है।