उत्तराखंड बना खेल भूमि, राष्ट्रीय खेलों की सफलता से बदली तस्वीर

देहरादून। 38वें राष्ट्रीय खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद उत्तराखंड अब खेलों के क्षेत्र में नए युग में प्रवेश कर चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने खेलों के प्रति नई दृष्टि और रणनीति के साथ आगे बढ़ते हुए प्रशिक्षकों, खिलाड़ियों और खेल ढांचे को लेकर बड़ा फोकस किया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि राष्ट्रीय खेलों के दौरान तैयार की गई अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं का अधिकतम उपयोग हो और राज्य के युवा खिलाड़ियों को घर के पास ही बेहतरीन प्रशिक्षण मिले। देहरादून व हल्द्वानी के स्पोर्ट्स कॉलेज के अलावा 8 शहरों में 23 नई खेल अकादमियां खुलेंगी। वर्ष 2021 में लागू नई खेल नीति के सकारात्मक नतीजे सामने आने लगे हैं, जिससे खिलाड़ियों को न केवल प्रोत्साहन राशि और नौकरियां मिल रही हैं, बल्कि ओलंपिक पदक विजेताओं को दो करोड़ तक की धनराशि देने का प्रावधान भी किया गया है। हल्द्वानी में प्रस्तावित खेल विश्वविद्यालय राज्य को खेल शिक्षा और प्रशिक्षण का बड़ा केंद्र बनाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अब उत्तराखंड को ‘खेल भूमि’ के रूप में देखा जा रहा है, जो हर निवासी के लिए गर्व की बात है।

 

 

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